Jharkhand: गिरिडीह व जमशेदपुर केंद्रीय कारा में कैदियों के पास से मिले कैंची व चाकू
राज्य की 29 जेलों में से सिर्फ 24 जेलों में मंगलवार की रात व बुधवार की सुबह झारखंड पुलिस ने संबंधित जिलों के दंडाधिकारियों की मौजूदगी में कुख्यातों के सेल को खंगाला। छापेमारी के दौरान चार जेलों में कैदियों के पास से आपत्तिजनक वस्तुएं मिली हैं।
रांची (राज्य ब्यूरो) । राज्य की 29 जेलों में से सिर्फ 24 जेलों में मंगलवार की रात व बुधवार की सुबह झारखंड पुलिस ने संबंधित जिलों के दंडाधिकारियों की मौजूदगी में कुख्यातों के सेल को खंगाला। छापेमारी के दौरान चार जेलों में कैदियों के पास से आपत्तिजनक वस्तुएं मिली हैं। जमशेदपुर व गिरिडीह स्थित केंद्रीय कारा में कैदियों के पास से कैंची, चाकू, मोबाइल तक मिले हैं।
कैदियों के पास से आपत्तिजनक वस्तुएं मिलने पर प्रशासन गंभीर है। पुलिस को लगातार सूचनाएं मिल रही थी कि जेलों से अपराध संचालित हो रहे हैं। इसी सूचना पर एक साथ 24 जेलों में छापेमारी अभियान चलाया गया। यह नियमित जांच का एक हिस्सा भी था। जिन जेलों से आपत्तिजनक वस्तुएं मिली हैं, वहां के जेल अधीक्षक को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने का निर्देश जारी किया गया है।
चार जेल जहां मिली आपत्तिजनक वस्तुएं
केंद्रीय कारा घाघीडीह, जमशेदपुर : एक सिक्कड़, एक कैंची, दो चिप, एक चाकू, तीन पेन ड्राइव, दो ब्लेड व एक लच्छा रस्सी।
मंडल कारा सरायकेला : 15 माचीस, दो पर्स, तीन जिस्ता कागज, चार पत्रिका, कपड़ा टांगने वाली रस्सी, 12 कॉपी, छह कलम।
केंद्रीय कारा गिरिडीह : दो मोबाइल, चार कैंची, चार टीन का धारदार वस्तु, ब्लेड, सिगरेट का डब्बा, तंबाकू।
मंडल कारा धनबाद : पूर्व विधायक संजीत सिंह के पास से 2510 रुपये, अनिता रबानी के पास से 1436 रुपये व रश्मि नामक बंदी के पास से 1900 रुपये।
पलामू में डीसी व एसपी ने किया केंद्रीय कारा का औचक निरीक्षण
पलामू। पलामू जिला के उपायुक्त शशि रंजन व एसपी संजीव कुमार ने बुधवार की शाम संयुक्त रूप से स्थानीय केंद्रीय कारा का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारीद्वय ने केंद्रीय कारा की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उपायुक्त रंजन ने बताया कि कुल 10 टीम गठित कर केंद्रीय कारा के एक के बाद एक सभी वार्डों का निरीक्षण किया गया। इस क्रम में टीम के हाथ कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं लगी। बाद में कारा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जेल प्रबंधन के साथ समीक्षा भी की गई।
एसपी संजीव ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जेल की सुरक्षा आडिट की गई है। इसमें कहा क्या कमी है इस बात को लेकर गहन विचार किया गया। टीम में सदर एसडीओ अजय सिंह बड़ाईक, सदर एसडीपीओ संदीप कुमार गुप्ता सहित कई प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी शामिल थे। बता दे कि वर्तमान में मेदिनीनगर केंद्रीय कारा में 1100 बंदी है। इसमें सजायाफ्ता व विचाराधीन कैदी शामिल हैं। इनमें कई अपराधी व नक्सली भी है। अधिकारियों के अनुसार यह एक रूटीन चेकिंग था। यह राज्य के कई जिलों में एक साथ किया गया है।