सरयू राय ने फिर चलाए रघुवर दास पर तीखे तीर, कहा-शासन में गिरावट, डीजीपी की भी नहीं सुनते एसपी
पूर्व मंत्री सरयू राय ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार को विभागों का स्पेशल ऑडिट कराना चाहिए। वित्तीय के साथ-साथ भौतिक अंकेक्षण भी जरूरी है।
रांची, राज्य ब्यूरो। पूर्व मंत्री सह निर्दलीय विधायक सरयू राय ने एक बार फिर पिछली सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने राज्य की आर्थिक स्थिति पर श्वेत पत्र जारी करने के साथ-साथ विभिन्न विभागों का स्पेशल ऑडिट कराने की मांग की है। यह भी कहा है कि सरकार सिर्फ वित्तीय अंकेक्षण नहीं बल्कि भौतिक अंकेक्षण भी कराए। यह राज्य में एक नजीर बनेगा। अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान सरयू राय ने दो वर्ष पूर्व राज्य सरकार द्वारा एक ही दिन 26 हजार युवाओं को रोजगार देने के दावे को फर्जी करार देते हुए कहा कि दो हजार से अधिक लोगों को रोजगार नहीं मिला। वह भी पांच से सात हजार की नौकरी चेन्नई जैसे शहरों में।
उन्होंने लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड से भी पूछने का सुझाव दिया कि कैसे इसे रिकार्ड के रूप में दर्ज कर लिया। अनुपूरक बजट पर चर्चा के बहाने सरयू ने एक बार फिर महाधिवक्ता द्वारा उनके विरुद्ध बार काउंसिल में निंदा प्रस्ताव पास करने का मामला उठाया। उन्होंने इसे बदले की कार्रवाई बताया। वहीं पिछली सरकार में शासन में गिरावट आने के दो उदाहरण भी पेश करते हुए कहा कि अब स्थिति में बदलाव आना चाहिए।
उन्होंने जमशेदपुर में रंगदारी मांगने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करानेवाले को ही हाजत में बंद कर देने तथा गृह सचिव द्वारा सात रिमाइंडर भेजे जाने के बाद भी जांच नहीं होने का उदाहरण प्रस्तुत किया। निर्दलीय विधायक ने कहा कि जितनी औकात है उसी के अनुरूप ही बजट बनना चाहिए।