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Happy Basant Panchami 2020: श्रद्धा से पूजी जा रहीं मां सरस्वती, स्‍कूल-कॉलेजों में रौनक; शुभ मुहूर्त-पूजन विधि

Happy Basant Panchami 2020 ज्ञान की देवी सरस्वती को विद्या प्रदान करने वाली देवी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि मां सरस्वती की कृपा से जड़बुद्धि भी विद्वान हो जाते हैं।

By Edited By: Published: Thu, 30 Jan 2020 03:17 AM (IST)Updated: Thu, 30 Jan 2020 05:58 PM (IST)
Happy Basant Panchami 2020: श्रद्धा से पूजी जा रहीं मां सरस्वती, स्‍कूल-कॉलेजों में रौनक; शुभ मुहूर्त-पूजन विधि
Happy Basant Panchami 2020: श्रद्धा से पूजी जा रहीं मां सरस्वती, स्‍कूल-कॉलेजों में रौनक; शुभ मुहूर्त-पूजन विधि

रांची, जासं। Happy Basant Panchami 2020 विद्या, संगीत एवं कला की देवी मां सरस्वती की पूजा आज हो रही है। विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थान, चौक-चौराहे सहित विभिन्न मोहल्लों में सरस्वती पूजा के आयोजन के लिए इन जगहों पर खास तैयारियां की गई हैं। इन जगहों पर पंडाल सजकर तैयार हैं। पूजा को लेकर चारों ओर उत्‍साह है। शिक्षण संस्‍थानों और पंडालों में सज-धज कर पहुंची युवतियों ने श्रद्धा से मां सरस्‍वती की पूजा की। छोटे बच्‍चे भी मौन भाव से हाथ जोड़े मां शारदे की आराधना करते दिखे। पूजा से जुड़ी तमाम खरीदारी संपन्न कर ली गई है। इससे पहले शहर में कुछ जगहों पर मां सरस्वती की पूजा बुधवार को भी मनाई गई। देशप्रिय क्लब, विवेकानंद विद्या मंदिर आदि जगहों पर धूमधाम से सरस्वती पूजा मनाई गई। हालांकि अधिकांश जगहों पर गुरुवार को पूजन संपन्न हो रहा है।

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सरस्वती वंदना

या कुंदेंदु तुषार हार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता। या वीणा वरदंडमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।। या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवै: सदा वन्दिता। सा मां पातु सरस्वती भगवती नि:शेषजाड्यापहा।1। शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्वयापिनीं। वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम् ।। हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्। वन्दे तां परमेश्वरीं भगवती बुद्धिप्रदां शारदाम् ।।

ज्ञान की देवी सरस्वती को विद्या प्रदान करने वाली देवी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि मां सरस्वती की कृपा से जड़बुद्धि भी विद्वान हो जाते हैं। देवी सरस्वती को शारदा, वागेश्वरी, शतरूपा, वांग्देवी, भारती, श्वेतवस्त्रधारिणी, श्वेतपद्मासना भी कहा जाता है। ऋग्वेद में देवी सरस्वती का वर्णन करते हुए कहा गया है प्रणो देवी सरस्वती, वाजेभिर्वजिनीवती धीनामणित्रयवतु, अर्थात ये परम चेतना हैं। सरस्वती के रूप में हमारी बुद्धि, प्रज्ञा तथा मनोवृतियों की संरक्षिका है। हममें जो आधार और विचार हैं उसका आधार सरस्वती ही हैं।

महासरस्वती मंत्र

ऊं ऐं महासरस्वत्यै नम: संपत्ति एवं विद्या के लिए सरस्वती मंत्र ऊं अर्ह मुख कमल वासिनी पापात्म क्षयम् कारी, वद वद वाग्वादिनी सरस्वती ऐं ह्रीं नम: स्वाहा

सरस्वती पूजा में इन बातों का रखें विशेष ध्यान

मां सरस्वती ज्ञान, कला एवं शांति की प्रतीक मानी जाती हैं। इनकी प्रसन्नता के लिए पूजन में पीले फूलों का प्रयोग किया जाना चाहिए। देवी सरस्वती को विशेष रूप से पीले रंग के फूल प्रिय हैं। प्रसाद स्वरूप बूंदी, बेर, चावल की खीर का भोग लगाना अति उत्तम है। बूंदी पीले रंग की होती है और यह गुरु से संबंधित वस्तु भी है। इस बार सरस्वती पूजा भी गुरुवार को मनाई जा रही है। ऐसे में देवी सरस्वती को बूंदी अर्पित करने से गुरु अनुकूल होंगे। इससे ज्ञान प्राप्ति की बाधा भी दूर होती है। इस दिन पीले रंग का वस्त्र धारण करना भी हितकर है।

मां सरस्‍वती की पूजा से बुध की स्थिति अनुकूल

सरस्वती पूजा के दौरान पुस्तक, कलम, कॉपी, दवात जैसी को शामिल करें। इससे बुध की स्थिति अनुकूल होती है। बुद्धि बढ़ती है तथा स्मरण शक्ति तीव्र होती है। इस दिन केसर तथा पीला चंदन का तिलक लगाने से ज्ञान के साथ धन की भी वृद्धि होती है। चूंकि इसी दिन से वसंत ऋतु का आगमन होता है इसलिए इस दिन गुलाल का टीका लगाना शुभ माना जाता है। इन चीजों से करें परहेज वसंत पंचमी के दिन काले कपड़ों को धारण करना अशुभ माना जाता है। बसंत पंचमी हरियाली का त्योहार माना जाता है इसलिए इस दिन फसलों की कटाई भी शुभ नहीं मानी जाती है। इस दिन तामसिक भोजन तथा मदिरा पान का सेवन नहीं करना चाहिए।

वसंत पंचमी पर बन रहा स्वराशि संयोग

ज्योतिषाचार्य बालेंदु झा के अनुसार इस बार वसंत पंचमी में एक खास संयोग बन रहा है। गुरुवार को मंगल वृश्चिक में, गुरु धनु में और शनि मकर राशि में रहेंगे। इस दिन शुभ कार्यो के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है। इस बार ग्रह तथा नक्षत्रों की स्थिति वसंत पंचमी को बेहद शुभ बना रही है। इस बार तीन ग्रहों का स्वराशि संयोग बन रहा है। इसके साथ ही सिद्धि तथा सर्वार्थ सिद्धि जैसे दो योग बन रहे हैं। इस दोनों योगों को विद्यारंभ, यज्ञोपवीत संस्कार तथा विवाह के लिए शुभ माना जाता है।

लोहरदगा में कर्फ्यू के बावजूद मां शारदे की भक्ति भाव से हुई पूजा

लोहरदगा में कर्फ्यू और वर्तमान हालात के बावजूद मां शारदे की भक्ति भाव के साथ पूजा अर्चना की गई। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में भक्तों ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना की। इसके लिए कई स्थानों पर प्रतिमाएं स्थापित की गई थी। जहां पर सुबह से ही पूजा-अर्चना को लेकर तैयारी चल रही थी। भक्तों ने भक्तिभाव के साथ श्रद्धा पूर्वक मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर ज्ञान और वैभव का आशीर्वाद मांगा। विभिन्न शिक्षण संस्थानों और घरों में भी पूजा अर्चना कर मां सरस्वती से प्रार्थना की गई।

लोगों ने सरस्वती पूजा को लेकर पहले से ही तैयारी कर रखी थी। कर्फ्यू के बावजूद लोगों ने प्रशासनिक निर्देश के तहत सार्वजनिक स्थानों पर पूजा-अर्चना नहीं करके अपने अपने घरों और शिक्षण संस्थानों में पूजा अर्चना करते हुए मां सरस्वती का आशीर्वाद लिया। इस दौरान भी पुलिस प्रशासन की नजर बनी रही। पुलिस की कोशिश रही कि कहीं भी किसी प्रकार की विकट परिस्थितियां उत्पन्न ना हो। पुलिस प्रशासन के जवानों ने सबके साथ मिलकर मां सरस्वती की पूजा अर्चना में सहयोग किया। प्रशासनिक निर्देश में सहयोग के लिए सभी का आभार भी जताया।


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