सलीमा टेटे ने बताया, 50 लाख से पूरा करेंगी कौन सा सपना
टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का हिस्सा रहीं सलीमा टेटे व निक्की प्रधान ने बुधवार को दैनिक जागरण से विशेष बातचीत की। इस दौरान सरकार की ओर से उन्हें सम्मान के रूप में दी जा रही 50 लाख रुपये की राशि के उपयोग के बारे में खुलासा किया।
रांची, राज्य ब्यूरो। टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का हिस्सा रहीं सलीमा टेटे व निक्की प्रधान ने बुधवार को दैनिक जागरण से विशेष बातचीत की। इस दौरान झारखंड सरकार की ओर से उन्हें सम्मान के रूप में दी जा रही 50 लाख रुपये की राशि के उपयोग के बारे में भविष्य से जुड़ी अपनी योजनाओं का खुलासा किया। निक्की ने कहा, पहले इस बारे में मम्मी- पापा से बात करूंगी। उसके बाद यह निर्णय लूंगी कि 50 लाख रुपए का कहां उपयोग करना है। अभी इस बारे में कुछ नहीं सोचा है। वहीं सलीमा टेटे ने कहा कि एक सुंदर सपना बनाना उनका सपना है। अगर परिवार की सहमति मिली तो वह इस पैसे से अपना घर बनाएंगी। सलीमा का परिवार झारखंड के सिमडेगा का रहने वाला है। परिवार कच्चे घर में रहता है। बुधवार को रांची के प्रोजेक्ट भवन में सलीमा टेटे व निक्की प्रधान का सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
सरकार दोनों खिलाड़ियों के लिए 3000 स्कवायर फीट का पक्का मकान देगी : सीएम
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के लिए यह गर्व का विषय है। सभी खिलाड़ियों को अपनी तरफ शुभकामनाएं देता हूं। राज्य सरकार ने खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किया जा रहा है। खेल पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है। खिलाड़ियों की प्रतिभा को तराशना है।उन्होंने कहा कि झारखंड की खेल जगत में अलग पहचान है। इस क्षेत्र में हम कैसे और बेहतर कर सकते हैं। इसका भी ध्यान रखना होगा। निक्की और सलीमा की टीम ने ओलिंपिक में बेहतर प्रदर्शन किया है। भारत की टीम का सीमित संसाधनों में शानदार प्रदर्शन रहा। सलीमा, निक्की ने मेहनत कर टीम में अपनी जगह बनाई। उन्होंने निक्की प्रधान व सलीमा को चेक और स्कूटी की चाबी सौंपी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि खिलाड़ियों और खेल के प्रति संवेदनशीलता और सम्मान के साथ पेश आना चाहिए।सलीमा और निक्की ने उदाहरण पेश किया है। राज्य सरकार ने पुरस्कार, लैपटॉप, स्कूटी देकर इनका हौसला देने का काम किया है।उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के लिए बेहतर नीतियां अमल में लाना है। सरकार ने खेल संसाधनों का विकास किया है।अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को सीधी नियुक्ति दी जा रही है।यह तेज शुरुआत है। इसमें और गति आएगी। जहां बिजली और सड़क नहीं हैं। वहां की बेटियां आगे आई हैं। सरकार दोनों खिलाड़ियों के लिए 3000 स्कवायर फीट का पक्का मकान देगी। खेल के दौरान घटना होने पर खिलाड़ियों का इलाज सरकार कराएगी।
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