Move to Jagran APP

33 वार्डो में पसरी गंदगी, वेतन भुगतान को लेकर हड़ताल पर गए सफाईकर्मी

जागरण संवाददाता, रांची : पिछले पांच दिनों से निगम के 33 वार्डो में आरएमएसडब्ल्यू प्राइवेट लिमिटेड क

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 06:45 AM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 06:45 AM (IST)
33 वार्डो में पसरी गंदगी, वेतन भुगतान को लेकर हड़ताल पर गए सफाईकर्मी
33 वार्डो में पसरी गंदगी, वेतन भुगतान को लेकर हड़ताल पर गए सफाईकर्मी

जागरण संवाददाता, रांची : पिछले पांच दिनों से निगम के 33 वार्डो में आरएमएसडब्ल्यू प्राइवेट लिमिटेड के सफाईकर्मी अलग-अलग कारणों से कूड़ा नहीं उठा रहे थे। वेतन भुगतान की मांग को लेकर अब सोमवार से सभी हड़ताल पर चले गए हैं। इससे राजधानी के आधे से अधिक इलाकों में जहां घरों से कूड़े का उठाव कार्य बंद हो गया है वहीं सड़कों की सफाई भी नहीं हो रही है। लोग घरों से कचरा निकालकर सड़कों पर डाल रहे हैं। इससे राजधानी में मुख्य सड़क समेत बाईलेन में जगह-जगह कचरे का ढ़ेर लग गया है। इससे लोगों की परेशानी ज्यादा बढ़ गई है। कूड़े के समीप से गुजरने वाले लोग सड़ांध व बदबू से परेशान हैं। नाक पर रूमाल डाल कर चलने को मजबूर हैं। इससे बीमारी फैलने की संभावना बढ़ गई है। लोग स्थानीय पार्षद समेत अधिकारियों को कोस रहे हैं।

loksabha election banner

उधर, रविवार की रात से नगर निगम ने कंपनी से संबंधित वार्डो में कूड़ा उठाव का काम शुरू करा दिया है। फिर भी सोमवार को कई प्रमुख मार्गो समेत बाइलेन में जगह-जगह कूड़े के ढेर थे। पांच दिनों से डंप कूड़े को हटाने में नगर निगम के सफाईकर्मियों का पसीना छूट रहा है।

---------

कई बार हड़ताल कर चुके हैं सफाईकर्मी

पिछले दो वर्षो में आरएमएसडब्ल्यू प्राइवेट लिमिटेड के सफाईकर्मी वेतन भुगतान, ईएसआइ व स्वास्थ्य बीमा की मांग को लेकर कई बार हड़ताल पर जा चुके हैं। फिर भी कंपनी की ओर से उन्हें निर्धारित तिथि (1-10 तारीख के बीच) को भुगतान नहीं किया गया। नतीजतन वेतन भुगतान नहीं किए जाने पर हड़ताल करना सफाईकर्मियों की नियति बन चुकी है। कभी पांच दिन तो कभी सप्ताह भर तक हड़ताल के बाद ही सफाईकर्मियों को बकाए वेतन का भुगतान किया गया। रांची नगर निगम के अधिकारी भी निगम के सफाईकर्मियों से सफाई करा कंपनी की करतूतों पर पर्दा डालते रहे हैं।

--------

क्या है कारण

- कूड़ा उठाव के तहत रांची नगर निगम द्वारा दिए गए टिपिन फी (प्रति टन मिलने वाली राशि) पर निर्भर है सफाईकर्मियों के वेतन का भुगतान।

-मूल कंपनी एस्सेल इंफ्रा की ओर से आरएमएसडब्ल्यू प्राइवेट लिमिटेड को नहीं मिल रहा आर्थिक सहयोग।

- रातू रोड स्थित राम विलास पेट्रोल पंप से कंपनी का क्रेडिट लिमिट (35 लाख) समाप्त, वाहनों के परिचालन के लिए नहीं मिल रहा डीजल।

--------

नगर निगम की दलील

- कंपनी द्वारा जमा बैंक गारंटी (चार करोड़) लैप्स हो चुका है।

- कंपनी के सीईओ ने लिखित दिया है कि जब तक बैंक गारंटी का रिन्यूवल नहीं किया जाता, तब तक नगर निगम से जनवरी माह के टिपिन फी के भुगतान की मांग नहीं करेंगे।

---------------

जल्द ही कंपनी को टर्मिनेशन नोटिस दिया जाएगा। इससे पूर्व एकरारनामा की शर्त व कंपनी द्वारा दिए गए कार्यो का तुलनात्मक अध्ययन किया जाएगा। यदि टर्मिनेशन के बाद कंपनी आर्बिट्रेशन ट्रिब्यूनल में अपील करेगी, तो नगर निगम भी दावा के लिए तैयार है।

- डॉ.किरण कुमारी, सहायक लोक स्वास्थ्य पदाधिकारी, रांची नगर निगम।

-----

कहां-कहां हैं मिनी ट्रांसफर स्टेशन

मोरहाबादी, खेलगांव, कांटाटोली स्थित खादगढ़ा बस स्टैंड परिसर, हरमू पुल के समीप, नागाबाबा खटाल, मधुकम सब्जी मार्केट के समीप, कर्बला चौक के समीप।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.