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Ranchi news सदर अस्पताल में बेड नहीं मिलने पर आइसीयू की डाक्टर से उलझे परिजन, थाने में शिकायत दर्ज

कोरोना संक्रमितों को बेड नहीं मिलने से अब लोगों का गुस्सा डॉक्टरों पर फूट रहा। ऐसा ही मामला रांची सदर अस्पताल में आया। जहां रविवार की रात एक कोरोना संक्रमित मरीज को आइसीयू में बेड नहीं मिलने से परिजन डाक्टर से उलझ गए।डाक्टर से उलझे और बदसलूकी की।

By Sanjay Kumar SinhaEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 06:00 AM (IST)
Ranchi news सदर अस्पताल में बेड नहीं मिलने पर आइसीयू की डाक्टर से उलझे परिजन, थाने में शिकायत दर्ज
रांची सदर अस्पताल की डाक्टर ने शिकायत दजर् कराया।

जासं, रांची : कोरोना संक्रमितों को बेड नहीं मिलने से अब लोगों का गुस्सा डॉक्टरों पर फूट रहा। ऐसा ही मामला रांची सदर अस्पताल में आया। जहां रविवार की रात एक कोरोना संक्रमित मरीज को आइसीयू में बेड नहीं मिलने से परिजन डाक्टर से उलझ गए। इसके बाद डाक्टर से उलझे और बदसलूकी की। इसे लेकर सदर अस्पताल के कोविड-19 वार्ड की डाक्टर डॉ स्नेह संध्या ने लोअर बाजार थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें बताया है कि सदर अस्पताल के चौथे तल्ले में भर्ती मरीज ननकी देवी के परिजन रात के करीब 9:00 से 10:00 के बीच वहां पहुंचे और आइसीयू में जबरन बेड की मांग करने लगे। बेड खाली नहीं रहने की वजह से डाक्टर की ओर से कहा गया यहां बेड खाली नहीं है। इतने में परिजन डाक्टर से उलझ गए और हंगामा भी की। डाक्टर के अनुसार 2 दिन पहले भी इसी मरीज के परिजनों ने बदसलूकी की थी। इस बदसलूकी पर डाक्टर ने थाने में शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। 

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आदेश को धत्ता बता मनमाना भाड़ा ले रहे एंबुलेंस चालक : कोरोना संक्रमण से ऐसे ही लोग परेशान हैं ऐसे में निजी एंबुलेंस चालक की मनमर्जी और परेशानी बढ़ा रही है। राज्य सरकार ने एंबुलेंस का किराया तय कर दिया है लेकिन एंबुलेंस चालक आदेश को धत्ता बताते हुए मनमाने पैसे की डिमांड करते हैं। महज कुछ दूरी के लिए पांच से सात हजार रुपये की डिमांड करते हैं। इस हालात में थक हार कर परिजन अपने वाहन से ही शव ले जा रहे हैं। 

बिना पर्याप्त सुरक्षा परिजन ले जाते हैं संक्रमित मरीजों का शव

कोरोना संक्रमण की चपेट में जान गंवा चुके परिजनों को सरकारी व्यवस्था का खामियाजा उठाना पड़ रहा है। किसी मरीज की मौत होने पर अंतिम संस्कार स्थल तक शव पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं की जाती है। मजबूरन परिजन खुद बिना पीपीई किट के शव को उठाकर अंतिम संस्कार स्थल तक ले जाते हैं। इससे परिजनों के भी संक्रमित होने का खतरा है। 

क्या कहते हैं अधिकारी : वहीं, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एस मंडल ने बताया कि एंबुलेंस की व्यवस्था की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है। सदर अस्पताल के पास पर्याप्त एंबुलेंस नहीं है ऐसे में वो कहां से शव ले जाने के लिए एंबुलेंस दें। 


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