सामाजिक समरसता दिवस के रूप में शुक्रवार को शरद पूíणमा उत्सव मनाएगा आरएसएस
जागरण संवाददाता राची राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक शुक्रवार को सामाजिक समरस
जागरण संवाददाता, राची : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक शुक्रवार को सामाजिक समरसता दिवस के रूप में शरद पूíणमा उत्सव को मनाएंगे। रात्रि में राची महानगर की सभी शाखाओं पर इस उत्सव को मनाया जाएगा। आरएसस के स्वयंसेवक संघ के छह प्रमुख उत्सवों के साथ-साथ प्रत्येक वर्ष शरद पूíणमा उत्सव को भी बड़े धूमधाम से मनाते हैं। इस बार कोरोना वायरस से बचने के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए राची महानगर में 100 से अधिक स्थानों पर शरद पूíणमा उत्सव मनाया जाएगा। आरएसएस के राची महानगर के कार्यवाह धनंजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि यह कार्यक्रम शाम में सभी शाखाओं पर होगा। जिन शाखाओं पर स्वयंससेवकों की संख्या कम होगी वे आसपास की शाखा के साथ मिलकर कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में समाज के सभी वर्ग के लोगों को भी आमंत्रित किया जाएगा। कहा, संघ इस कार्यक्रम को प्रत्येक वर्ष सामाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाता है। इसमें समाज के सभी वर्ग के लोगों की भागीदारी होती है। इस दिन बाल्मीकि जयंती भी है इसलिए हम इस दिन को सामाजिक समरसता के रूप में मनाते हैं। धनंजय सिंह ने कहा कि जहा-जहा कार्यक्रम होंगे वहा शाम में शाखा लगेगी। फिर संघ के किसी अधिकारी का संबोधन होगा और बाद में प्रसाद के रूप में सभी लोगों के बीच खीर का वितरण किया जाएगा। कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी स्वयंसेवक मास्क पहनकर आएंगे और कार्यक्रम के दौरान शारीरिक दूरी बनाए रखेंगे। कोई इस तरह का खेल नहीं होगा जिसमें एक दूसरे को स्पर्श करने की जरूरत पड़े। उन्होंने कहा कि ऐसी मान्यता है कि शरद पूíणमा के दिन रात्रि में अमृत की वर्षा होती है, इसलिए यह कार्यक्रम हमलोग रात्रि में करते हैं और खीर तैयार कर सभी लोग खाते हैं। खीर के लिए सभी स्वयंसेवक एक निर्धारित राशि आपस में संग्रह कर सामग्री लाते हैं।