RSS News: झारखंड व बिहार में कल से शुरू होगा आरएसएस का संघ शिक्षा वर्ग, क्या है भाग लेने की प्रक्रिया, जानें...
RSS News राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने के लिए झारखंड और बिहार में कल शनिवार यानी 21 मई से संघ शिक्षा वर्ग शुरू हो रहा है। प्रशिक्षणार्थियों को चार दिनों तक आरएसएस के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत का मार्गदर्शन मिलेगा। भाग लेने प्रक्रिया जानें...
रांची, जासं। RSS Sangh Shiksha Varg राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने के लिए झारखंड और बिहार में 21 मई शनिवार से संघ शिक्षा वर्ग शुरू हो रहा है। प्रथम वर्ष के लिए प्रशिक्षण शिविर झारखंड के देवघर में, दक्षिण बिहार के गया एवं उत्तर बिहार के मधुबनी में लग रहा है। इसके साथ ही उत्तर-पूर्व क्षेत्र (झारखंड-बिहार) के स्वयंसेवकों के लिए द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन मधुबनी में ही हो रहा है।
द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षणार्थियों को चार दिनों तक आरएसएस के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत का मार्गदर्शन मिलेगा। संघ प्रमुख पांच से आठ जून तक मधुबनी के वर्ग में रहेंगे। तीनों स्थानों पर 11 जून की सुबह दीक्षा समारोह के साथ वर्ग का समापन हो जाएगा। वहीं 10 जून को तीनों स्थानों पर सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें सभी प्रशिक्षणार्थी लोगों के सामने शारीरिक प्रदर्शन करेंगे और मुख्य वक्ता का संबोधन होगा। प्रथम एवं द्वितीय वर्ष मिलाकर तीनों स्थानों पर लगभग 1000 स्वयंसेवक प्रशिक्षण लेंगे।
बता दें कि प्रथम वर्ष के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन सभी प्रांतों में होता है, जबकि द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन दो से तीन प्रांतों को मिलाकर बनाए गए क्षेत्र के अनुसार होता है। तृतीय वर्ष का शिविर संघ के मुख्यालय नागपुर में अभी चल रहा है।
15 से 40 आयु वर्ग के स्वयंसेवक प्रशिक्षण शिविर में लेंगे भाग
आरएसएस के झारखंड के प्रांत कार्यवाह संजय कुमार ने कहा कि प्रथम वर्ष के प्रशिक्षण शिविर में 15 से 40 आयु वर्ग के स्वयंसेवक भाग लेते हैं। जो स्वयंसेवक छात्र हैं उन्हें 10वीं बोर्ड पास या 10वीं की परीक्षा दे चुके होने चाहिए। शिविर में भाग लेने वाले सभी स्वयंसेवक शुल्क देकर आते हैं। इस बार सभी से 500 रुपये शुल्क लिया गया है।
20 दिनों तक दिया जाता है शारीरिक व बौद्धिक प्रशिक्षण
उन्होंने कहा कि वर्ग में 20 दिनों तक सभी स्वयंसेवकों को शारीरिक व बौद्धिक प्रशिक्षण दिया जाता है। सुबह चार बजे जागने से लेकर रात्रि 10 बजे सोने तक कार्यक्रम तय रहता है। कहा, संघ शिक्षा वर्ग एक साधना स्थली है, जहां सभी स्वयंसेवक वर्ग संबंधी नियमों का पालन करते हुए पूर्ण मनोयोग से साधना करते हैं। शिविर में भाग लेते ही सभी स्वयंसेवकों से मोबाइल जमा करा लिया जाता है। स्वयंसेवकों को इंटरनेट मीडिया से पूरी तरह दूर रखा जाता है, ताकि वे पूर्ण मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें। इस बार शिविर झारखंड में देवघर के माडर्न पब्लिक स्कूल, सरसा, चांदन रोड में लग रहा है।