आरएसएस ने कहा, देश तोड़ने वाली शक्ति को बेनकाब करें स्वयंसेवक
आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक रामदत्त चक्रधर ने कहा देश में अभी दो तरह की विचारधारा में संघर्ष है। देश तोड़ने वाली शक्ति को बेनकाब करने की जरूरत है।
रांची, जासं। देश में अभी दो तरह की विचारधारा में संघर्ष है। एक देशभक्ति की विचारधारा है तो दूसरा देश तोड़ने वालों की है। देश तोड़ने वाले और सेना के मनोबल तोड़ने वालों की संख्या बेहद अल्प है। हमें ऐसे तत्वों को बेनकाब करना होगा। ये बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के झारखंड-बिहार के क्षेत्र प्रचारक रामदत्त चक्रधर ने कहीं। वे रविवार को हरमू स्थित एक होटल में सेवा भारती के हित चिंतक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में देशभक्ति की लहर चल रही है इसे ज्वार में बदलने की आवश्यक्ता है।
सेवा भारती के कार्यों की प्रशंसा करते हुए रामदत्त ने कहा कि सेवा भारती समाज को स्वर्ग बनाने के कार्य में जुटी हुई है। समाज का प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ, शिक्षित, संस्कारित, समर्थ व सुरक्षित होगा तभी भारत स्वर्ग बनेगा। सुखी रहना है तो वंचित-पीड़ितों के पास जाना होगा। मौके पर मुख्य रूप से राष्ट्रीय सेवा भारती के मुख्य ट्रस्टी गुरुशरण प्रसाद, आरएसएस के सह प्रांत कार्यवाह राकेश लाल, क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल ठाकुर, प्रांतीय संरक्षक डॉ एचपी नारायण, विधायक नवीन जायसवाल, मेयर आशा लकड़ा, पूर्व मंत्री रामजी लाल सारडा, सेवा भारती के प्रदेश सह सचिव ऋषि पांडेय, क्षेत्र महिला प्रमुख सोनी मेहता, रांची महानगर सचिव श्याम टोरका, पूनम आनंद, प्रांत संपर्क प्रमुख राजीव कमल बिंट्टू, वी एन पाडेय, अनुपमा सिन्हा, सेवा भारती के संगठन मंत्री जितेंद्र कुमार सहित सेवा भारती के कार्यो की चिंता करने वाले लोग उपस्थित थे।
सेवा भारती के प्रयास से समाज में हो रहे बदलाव
सेवा भारती के प्रातीय कोषाध्यक्ष अखिलेश्वर नाथ मिश्र ने कहा कि संगठन चार आयाम शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन और समाजिक कार्य के माध्यम से समाज में नवजागरण का कार्य कर रही है। सेवा कायरें के माध्यम से समाज में कई परिवर्तन दिखाई दे रही है। सेवा बस्तियों के बच्चे शिक्षित संस्कारित हुए हैं। यहा की अभावग्रस्त महिलाएं-युवतियां स्वाभिमान पूर्वक स्वावलंबी जीवन जी रही हैं। बीहड़ क्षेत्र के नक्सली वातावरण में भी सेवा भारती के कायरें से लोगों का जीवन उन्नत हो रहा है।
इस अवसर पर सेवा भारती के हित चिंतकों ने अपने अनुभव साझा किए जिसमें दिल्ली से आए राजेंद्र गुप्त ने कहा कि सेवा भारती को आर्थिक सहयोग करना अर्थात वंचित समाज का उत्थान करना है। वी एन पांडेय ने कहा कि बहुआयामी सेवा प्रकल्प झारखंड के अन्य स्थानों पर भी प्रारंभ करने की आवश्यकता है। इसके लिए हम तन मन धन से तैयार हैं। प्रातीय उपाध्यक्ष चतुर्भुज खेमका ने कहा कि सेवा कार्य के लिए साधन की कमी नहीं होने दिया जाएगा। प्रातीय अध्यक्ष ओमप्रकाश केजरीवाल ने कहा कि मैं 23 वषरें से सेवा भारती के कायरें से जुड़ा हूं, अब तो सेवा कार्य मेरी दिनचर्या बन गई है।