आरएसएस के प्रांत प्रचारक ने कहा, स्वामी जी के व्यक्तित्व का छात्रों को करना चाहिए अनुसरण
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के केशव सभागार में स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर प्रांत प्रचारक रविशंकर ने कहा कि युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए।
जागरण संवाददाता, रांची : सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के केशव सभागार में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रात प्रचारक रविशकर ने कहा कि हम जानते हैं कि भारत पर अनेक विदेशी आक्रमण हुए एवं भारत अनेक वषरें तक न सिर्फ राजनीतिक वरन वैचारिक रूप से भी गुलाम रहा। अमेरिका के शिकागो के धर्म सम्मेलन से यह साफ हो गया कि भारत वैचारिक रूप से आजादी की तरफ बढ़ चुका है। भारत के अनेक महापुरुषों ने भी स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपना समर्थन दिया है। महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, राजगोपालाचारी ने भी विवेकानंद के विचारों का अनुशरण किया है। उनका दृष्टिकोण था कि भारत को आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक रूप से सक्षम बनाना है। स्वामी विवेकानंद ने भारत के नव निर्माण में युवा शक्ति के महत्व को रेखाकित करते हुए रीढ़ की हड्डी बताया। वर्तमान, भूत एवं भविष्य का निर्माता युवा है। प्रांत प्रचारक ने कहा, आशा व्यक्त करते हैं कि स्कूल के सभी छात्र हर क्षण उनके व्यक्तित्व, कृतित्व की राह पर चलें।
इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों ने विवेकानंद के जीवन पर अपने विचारों का प्रकट किए। कार्यक्रम में सिया मिश्रा ने देशभक्ति गीत से सभी को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर महानगर संघचालक पवन मंत्री, अध्यक्ष शक्तिनाथ लाल दास, उमाशकर शर्मा, महावीर सिंह, डॉ धनेश्वर महतो, अखिलेश्वर नाथ मिश्र, आशीष नाथ शाहदेव, प्राचार्य संध्या सिंह समेत बड़ी संख्या में छात्र और छात्राएं उपस्थित थीं। अखिलेश्वर नाथ मिश्र ने कहा कि उनके जीवन से युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए।