RSS News: आरएसएस का रांची में महानगर एकत्रीकरण कार्यक्रम; दत्तात्रेय होसबाले ने कहा- आशा भरी नजरों से भारत की ओर देख रहा विश्व
RSS News आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि संघ की स्थापना के 100 वर्ष तो 2025 में पूरा हो रहा है लेकिन हमें भारत की स्वाधीनता के 100 को ध्यान में रखकर काम करना है। आज विश्व भारत की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है।
रांची, [संजय कुमार]। RSS News राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि संघ की स्थापना के 100 वर्ष तो 2025 में पूरा हो रहा है लेकिन हमें भारत की स्वाधीनता के 100 को ध्यान में रखकर काम करना है। हमें ऐसा भारत बनना है जो विश्व के श्रेष्ठ राष्ट्रों में से एक हो। आज विश्व भारत की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है। हमें अपनी शक्ति को पहचानते हुए काम करना है। हमने कोरोना काल में विश्व को अपनी शक्ति की पहचान कराया था तो संकट में घिरे श्रीलंका को मदद कर मानवता का परिचय दिया। यूक्रेन में युद्ध के दौरान भारत के साथ साथ दूसरे देशों के लोगों को भी निकालने में मदद किया।
झमाझम बारिश के आरएसएस का कार्यक्रम
वे बुधवार को रांची महानगर के एकत्रीकरण में स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे। झमाझम बारिश के बाद भी कार्यक्रम को स्थगित नहीं किया गया और पूर्व निर्धारित समय से कार्यक्रम हुए। दत्तात्रेय ने कहा कि भारत को आगे ले जाने के लिए गुलामी की मानसिकता को छोड़कर स्वदेशी भाव को आगे बढ़ाने के लिए काम करना होगा। स्थानीय भाषा, स्थानीय उत्पादों को अपनाना होगा।
निस्वार्थ भाव से काम करना है:दत्तात्रेय
दत्तात्रेय ने अपने 1 घंटे के संबोधन में अलग-अलग विषयों पर प्रकाश डाला। संघ की स्थापना से लेकर भारत की वर्तमान स्थिति और भविष्य का भारत कैसा हो इस पर खुलकर बोले। टुकड़े टुकड़े गैंग पर भी प्रहार किया। उन्होंने कहा कि हम सभी स्वयंसेवक निस्वार्थ भाव से काम करते हैं। हम देश सेवा के लिए काम करने का भाव लेकर आए हैं।
उन्होंने कहा कि समाज में हमें सुनना भी पड़ता है कि यह काम कर रहे हो तो तुझको क्या मिल रहा है, लेकिन हम भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस जैसे लाखों लोगों ने अपने बलिदान दिए उन्हें क्या मिला था। देश हमें देता है सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखे के भाव लेकर हमें काम करना है । और संघ के स्वयंसेवक इसी भाव को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
हमें चुनौतियों को पार करते हुए आगे बढ़ना है: दत्तात्रेय
उन्होंने कहा कि चुनौतियां सब प्रकार की आती है। हमें उन चुनौतियों को पार करते हुए आगे बढ़ना है। संघ की स्थापना डा केशव बलिराम हेडगेवार ने जब की तो उनके सामने भी चुनौतियां आई थी। उन्होंने सोचा कि भारत तो स्वतंत्र हो जाएगा लेकिन गुलामी के कारणों पर जब तक हम प्रहार नहीं करेंगे तब तक भारत पूर्ण रूप से स्वतंत्र नहीं होगा और इन्हीं विचारों को लेकर उन्होंने 1925 में संघ की स्थापना की थी।
इस कार्यक्रम के आयोजन में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी मौजूद थे। इसके अलावा झारखंड के विभिन्न जिला समेत रांची के आमलोग भी शामिल हुए।