RSS Foundation Day: आरएसएस के स्थापना दिवस पर नहीं निकलेगा पथ संचलन, शाखाओं में छोटे स्तर पर होगा कार्यक्रम
Foundation Day of RSS शाखाओं पर अधिकतम 40 से 50 स्वयंसेवकों की उपस्थिति में विजयादशमी उत्सव मनाया जाएगा। नागपुर में भी बड़ा कार्यक्रम नहीं होगा। 25 अक्टूबर को संघ प्रमुख मोहन भागवत अधिकतम 100 की संख्या में उपस्थित स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे।
रांची, [संजय कुमार]। इस बार विजयादशमी पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवकों की सड़कों पर धमक देखने को नहीं मिलेगी। कोरोना संक्रमण के कारण संघ ने इस बार पथसंचलन नहीं निकालने का निर्णय लिया है। पूरे देश में शाखाओं पर छोटे स्तर पर कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया है। अधिकतम 40 से 50 की संख्या में उपस्थिति रहेगी। संघ के मुख्यालय नागपुर में भी प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार बड़ा कार्यक्रम नहीं होगा।
25 अक्टूबर की सुबह छोटे स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में सरसंघचालक डा. मोहन भागवत स्वयंसेवकों के साथ-साथ पूरे देश को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में अधिकतम 100 स्वयंसेवक उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में बाहर से ज्यादा लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया है। विजयादशमी के दिन संघ प्रमुख के संबोधन का स्वयंसेवकों के साथ-साथ सरकार एवं विदेशी राजनयिकों को भी इंतजार रहता है।
इस दिन संघ प्रमुख का जो संबोधन होता है उसी को आधार मानते हुए स्वयंसेवक वर्ष भर काम करते हैं। इसमें सरकार के लिए भी एक संदेश रहता है। सूत्रों के अनुसार इस बार के आनलाइन संबोधन में संघ प्रमुख कोरोना संक्रमण, चीन से सीमा विवाद, राम मंदिर आदि विषयों पर अपनी बात रख सकते हैं।
संघ इस बार मनाएगा 95वां स्थापना दिवस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना डा. केशव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में विजयादशमी के दिन नागपुर में की थी। इस दिन पूरे देश में संघ के स्वयंसेवक अस्त्र-शस्त्र का पूजन करते हैं। इस बार संघ 95वां स्थापना दिवस समारोह मनाएगा। यह उत्सव संघ के छह प्रमुख उत्सवों में से एक है। कोरोना संक्रमण के कारण भव्य तरीके से इसका आयोजन नहीं होगा। जहां भी कार्यक्रम आयोजित होंगे सभी स्वयंसेवकों को मास्क पहनकर आना अनिवार्य है।
सावधानी बरतते हुए जगह-जगह शाखाएं लगनी शुरू
कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाए करते हुए लगभग सात माह बाद फिर से मैदानों व पार्कों में जगह-जगह शाखाएं लगनी शुरू हो गई हैं। शहरी इलाकों में जहां अभी बिना ध्वज लगाए शाखाएं लगाई जा रही हैं, वहीं ग्रामीण इलाकों में ध्वज लगा कर शाखाएं लग रही हैं। शाखाओं में आने वाले स्वयंसेवक मास्क लगाकर आते हैं। साथ ही सैनिटाइजर भी रखते हैं।