जैविक कृषि को बढ़ावा देने पर जोर देगा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने देश के किसानों से जैविक कृषि को अपनाने का आहवान किया है।
रांची, संजय कुमार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश में जैविक कृषि को बढ़ावा देने पर जोर देगा। देश में किसानों की स्थिति कैसे बदले और उनकी आमदनी दोगुनी कैसे हो इसकी भी चिंता करेगा।
आंध्र प्रदेश के अमरावती में चल रहे आरएसएस के तीन दिवसीय समन्वय बैठक में इन विषयों पर खुलकर चर्चा हुई। संघ सूत्रों के अनुसार बैठक में देश की शिक्षा की स्थिति, महिलाओं की सुरक्षा, पर्यावरण एवं जल संरक्षण पर खुलकर चर्चा हुई।
सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि जैविक खेती को अपनाने से किसानों की आर्थिक स्थिति बदल सकती है। आमदनी दोगुनी हो सकती है। इसके लिए आरएसएस का प्रयास चल रहा है। कई गांव गोद लिए गए हैं। इस प्रयास को और तेज करने की जरूरत है। साथ ही संघ परिवार से जुड़े संगठनों को भी इसकी चिंता करनी चाहिए।
कई संगठन इस दिशा में काम कर भी रहे हैं। बैठक में देश में महिला सुरक्षा की स्थिति पर भी चर्चा की गई। संघ का मानना है कि देश एवं राज्य की सरकारों को महिलाओं की सुरक्षा की चिंता करनी चाहिए। वर्तमान परिस्थिति में स्थिति ठीक नहीं है। राज्य सरकारें देखें की महिलाएं समाज में कैसे सुरक्षित रहें।
सबको मिले सस्ती एंवं सुलभ शिक्षा : संघ सूत्रों के अनुसार समन्वय बैठक में देश में शिक्षा की स्थिति पर भी चर्चा हुई। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बैठक में कहा कि लोगों को सस्ती एवं सुलभ शिक्षा कैसे मिले इस पर ध्यान देने की जरूरत है। देश में शिक्षा महंगी होती जा रही है। आम लोग उच्च एवं तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने से वंचित न हों इस पर ध्यान देना होगा।
केरल में स्वयंसेवकों ने सराहनीय काम किया : बैठक में सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा कि केरल में आई बाढ़ में संघ के स्वयंसेवकों ने काफी सराहनीय काम किया। अपनी जान की परवाह किए बिना सैकड़ों स्वयंसेवक रात-दिन एक कर बाढ़ पीड़ित की मदद करते रहे। पूरे देश में स्वयंसेवक राशि भी संग्रह कर रहे हैं।