ट्रेन में सहयात्री बनकर खूबसूरत लड़कियों की मदद से करते हैं हनी ट्रैप, जानिए
आरपीएफ के हाथों 2.23 करोड़ रुपये के साथ गिरफ्तार रंजन श्रीवास्तव की रांची के रातू रोड कब्रिस्तान के सामने कपड़े की दुकान है। इनपुट के बाद गिरोह के अन्य साथी दबोचे जाएंगे।
रांची, राज्य ब्यूरो। ओडिशा के राउरकेला स्टेशन पर एक दिन पूर्व 2.23 करोड़ रुपये के साथ गिरफ्तार रांची के तीन अपराधियों के बारे में पुलिस को कई अहम जानकारियां हाथ लगी है। गिरोह के सदस्य किसी भी ट्रेन में सहयात्री बनकर खूबसूरत लड़कियों की मदद से हनी ट्रैप में यात्रियों को फांसते थे। इसके बाद उनके सामान लेकर चंपत हो जाते थे। अब पुलिस उनके अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।
रांची पुलिस राउरकेला स्थित आरपीएफ के इनपुट का इंतजार कर रही है। गिरफ्तार सरगना रंजन श्रीवास्तव का पंडरा ओपी क्षेत्र के सरोवर नगर में अपना मकान है। शनिवार की सुबह अखबार में गिरफ्तारी की खबर प्रकाशित होने के बाद ही मकान में ताला लगाकर रिश्तेदार भी फरार हो गए हैं। आसपास के लोगों ने उनके बारे में कुछ भी बताने से इन्कार किया। इतना ही नहीं, रंजन श्रीवास्तव का रातू रोड में कब्रिस्तान के सामने कपड़े की दुकान है, जो उनका बेटा चलाता है। उक्त दुकान में भी शनिवार को दिनभर ताला लटका रहा।
1990 से सक्रिय है यह गिरोह
आसपास के लोगों ने पूछताछ में कई जानकारियां दी है। हालांकि, इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं है। सूत्रों के अनुसार वर्ष 1990 से रंजन श्रीवास्तव का गिरोह ट्रेन में हनी ट्रैप से यात्रियों को झांसा दे माल उड़ाने में सक्रिय रहा है। पूर्व में भी रंजन श्रीवास्तव जेल जा चुका है।
राउरकेला में जो पकड़े गए
एक दिन पूर्व राउरकेला में आरपीएफ ने अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह के तीन सदस्य रांची निवासी रंजन श्रीवास्तव, संजय कुमार गुप्ता व एक अन्य को पकड़ा था। उनके पास से दो करोड़ 23 लाख रुपये नकद, एसी-टू श्रेणी के रेल के 17 टिकट बरामद किए गए थे। यह गिरोह रांची व राउरकेला से मुंबई तथा राउरकेला से हावड़ा जाने वाली चुनिंदा ट्रेनों में वारदात करता था।