हाईटेक ट्रैफिक में नहीं फंसेगी एंबुलेंस, सूचना मिलते ही हर सिग्नल होगा ग्रीन
राजधानी रांची के ट्रैफिक जाम में अब एंबुलेंस नहीं फंसेगी। इसके लिए ट्रैफिक रूट क्लीयर कराया जाएगा।
जागरण संवाददाता, रांची : राजधानी रांची के ट्रैफिक जाम में अब जिंदगी और मौत के बीच झूलने वाले मरीज को ले जाने वाले एंबुलेंस नहीं फंसेगी। इसकी योजना ट्रैफिक पुलिस ने तैयार कर ली है। रांची के ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने रांची के रिम्स सहित अन्य अस्पतालों को एक पत्र जारी किया है। जिसमें यह सुझाव दिया गया है कि जब भी अपने अस्पताल से किसी खतरे वाली स्थिति या गंभीर रूप से बीमार को दूसरे अस्पताल में भेजनी हो तो तुरंत इसकी सूचना ट्रैफिक पुलिस या कंट्रोल रूम को दे दें। ताकि ट्रैफिक पुलिस को यह सूचना प्रसारित किए जाने के बाद रूट के सभी सिग्नल को ग्रीन करते हुए उसे पार करवा दिया जाएं। हालांकि पूर्व से ही रांची के ट्रैफिक पुलिसकर्मी एंबुलेंस को पार करवाते रहे हैं। लेकिन ऑटोमेटिक चालान सिस्टम की शुरुआत के बाद यह व्यवस्था बदल चुकी थी। लोग एंबुलेंस को देखते हुए भी सिग्नल को जंप कर उसे रास्ता नहीं दे रहे थे। इसे देखते हुए सिग्नल को आवश्यक स्थिति में ग्रीन करने का निर्देश दिया गया है। शहर के चौक-चौराहों पर गूंजने लगा लाउडस्पीकर : राजधानी में हाइटेक ट्रैफिक सिस्टम के साथ-साथ जागरुकता की भी कवायद की जा रही है। शुक्रवार से शहर के सभी ट्रैफिक चौक-चौराहों पर लाउडस्पीकर पर एक साथ रेड लाइट, ग्रीन लाइट सहित अन्य नियमों के प्रति जागरुकता संबंधी अनाउंसमेंट किए जा रहे हैं। हर चौक-चौराहों पर आकर्षक आवाज और धुन के साथ लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति सचेत किया जा रहा है। शहर के सभी वैसे 13 ट्रैफिक पोस्ट जहां हाइटेक कैमरे से चालान काटे जा रहे, वहां लाउडस्पीकर गूंजने लगी है। ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने जेल चौक से इसकी शुरुआत की। मौके पर ट्रैफिक डीएसपी रंजीत लकड़ा, डीएसपी स्रुमित प्रसाद सहित अन्य मौजूद थे।