क्षेत्र में सड़कें अधूरी, वोट मांगने आने पर जनता ही पूछेगी सवाल क्या हुआ विकास
चुनाव की नजदीकियों के साथ नेता मतदाताओं से वोट की अपील के लिए नेता निकल रहे हैं। लोगों ने बातचीत में कहा विकास हुआ पर उतना नहीं।
जागरण संवाददाता, रांची : चुनाव की नजदीकियों के साथ नेता मतदाताओं से वोट की अपील के लिए कई हथकंडे अपना रहे हैं। इसी बीच मतदाता भी चुनाव में पसंद के उम्मीदवार की तलाश में लग चुके हैं। लोगों में चुनावी हलचल जानने के लिए शुक्रवार की शाम छह बजे खादगढ़ा बस टर्मिनल पहुंचा। वहां पटना की गाड़ी निकलने को तैयार थी। उसपर चढ़कर लोगों के बीच दैनिक जागरण के इलेक्शन ट्रेवल्स अभियान के तहत बातचीत करने में लग गया। ट्रेवल के दौरान जब चुनाव की जंग छिड़ी तब कई मुद्दे सामने आए। इसमें शिक्षा, पलायन, बेरोजगारी मतदाताओं के सूचि में पहले नंबर पर थे। बस की 6 नंबर सीट पर बैठे रविश कुमार ने कहा कि रोजगार व पलायन राज्य की बड़ी त्रासदी है। चुनाव का माहौल है। क्षेत्र में सड़कें अधूरी है। कई जगहों पर काम दो साल पहले शुरू हुआ और डेढ साल से अटका पड़ा है। न जाने कब पूरा होगा। अब जनता ही पूछेगी की क्या हुआ विकास, बताए सरकार। इसका हिस्सा बनते हुए संजय सिंह ने भी चुनावी चर्चा का हिस्सा बनते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार ने विकास के मामले में अन्य सरकार की अपेक्षा सभी को संतुष्ट किया है। विकास में समय लगेगा ही। कई पूरे लेकिन आधे से ज्यादा वादे फेल
चुनावी चर्चा पर अपनी राय रखते हुए हिमेंद्र ने कहा कि पिछले चुनाव के बाद अभी भी काफी चीजें अधूरी है। सरकार बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने में भी फेल हो चुकी है। शिक्षा के क्षेत्र में भी कई कमियां है। स्कूलों में सही ढंग से शिक्षकों की नियुक्ति भी पूरी नहीं हो सकी। कई परीक्षाओं का रिजल्ट पेंडिंग है। कई मुख्य सड़कों का शिलान्यास हुए लंबा समय हो चला है लेकिन काम तक शुरू नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अब जनता भी सरकार को रिटर्न गिफ्ट देने के मूड में है। जनता ने भी बदलाव का मन बना लिया है। इसबार महागठबंधन की जीत पर उम्मीद जताई जा सकती है।