नियम तोड़ दाव पर लगा रहे कीमती जिंदगी
ना हेलमेट और नशे में गाड़ी लेकर चलना आम बात है। पकड़े जाने पर अपनी ऊंची जान-पहचान की धौंस दिखाई जाती है। लॉकडाउन की शुरुआत से लेकर अब तक 20 करोड़ रुपये से ज्यादा जुर्माना वाहन चालकों से वसूला गया है। यह आकड़ा 23 मार्च से अबतक का है।
जागरण संवाददाता, रांची : ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ती देखनी हो तो रांची की सड़कों पर देख सकते हैं। कुछ दिनों से सख्ती के बाद थोड़ी एहतियात दिख भी रही है। शहरी इलाकों में लोग नियमों का पालन करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। वहीं, ट्रैफिक पोस्ट से बाहर आते ही हेलमेट लोगों के हाथ में नजर आने लगते हैं। कार की सीट बेल्ट खुल जाती हैं। इस तरह नियम तोड़ कीमती जिंदगी भी दांव पर लगा रहे हैं। लगातार हादसे हो रहे, मौत भी हो रही।
बिना हेलमेट और नशे में गाड़ी लेकर चलना आम बात है। पकड़े जाने पर अपनी ऊंची जान-पहचान की धौंस दिखाई जाती है। लॉकडाउन की शुरुआत से लेकर अब तक 20 करोड़ रुपये से ज्यादा जुर्माना वाहन चालकों से वसूला गया है। यह आकड़ा 23 मार्च से अबतक का है। लॉकडाउन एक और दो के दौरान तीन करोड़ 76 लाख रुपये का चालान काटा गया। इसमें लॉकडाउन एक में उल्लंघन करने पर वाहन चालकों से एक करोड़ 54 लाख 18 हजार 250 रुपये का जुर्माना लगा जबकि लॉकडाउन दो में दो करोड़ 24 लाख 51 हजार 150 रुपये का जुर्माना लगाया गया। लॉकडाउन तीन की शुरुआत से लेकर अबतक 65 लाख 49 हजार 750 रुपए का चालान काटा जा चुका है।
इस जुर्म में वसूला जा रहा जुर्माना : प्रदूषण, गलत दिशा में ड्राइविंग, बिना सीट बेल्ट, बिना हेलमेट, बिना डीएल, ट्रिपल राइड, गलत पाíकंग। वहीं लॉकडाउन के दौरान सरकारी ड्यूटी या जरूरी वस्तुओं की सप्लाई के काम में लगे वाहन को आवागमन का निर्देश था। बावजूद कई वाहन चालकों ने बेवजह ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया।
लॉकडाउन के दौरान भी तोड़ते दिखे नियम
झारखंड में लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक लॉकडाउन उल्लंघन के 310 मामले राजधानी रांची में ही दर्ज किए गए। इनमें सात सौ से अधिक नामजद किए गए। पुलिस ने बिना पास, बिना कारण के घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई की, कुछ लोगों को सड़कों पर ही कान पकड़कर उठक-बैठक कराई। कुछ के पोस्टर के साथ तस्वीर उतारी गई। लेकिन लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आए।