रिम्स में 362 स्थायी नर्से होंगी बहाल, डॉक्टरों को मिलेगा सातवां वेतनमान
रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में 362 स्थायी नर्सो की बहाली की जाएगी।
जागरण संवाददाता, रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में 362 स्थायी नर्सो की बहाली की जाएगी। एक महीने के अंदर विज्ञापन निकाला जाएगा। मंगलवार को रिम्स में हुए 47वीं गवर्निग बॉडी की बैठक में लिया गया। इस फैसले से रिम्स में इलाज करा रहे लोगों को काफी फायदा होगा। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि पहले 222 स्थाई नर्सो की बहाली की बात चल रही थी। लेकिन नर्सो की कमी और दबाव को ध्यान में रखकर 222 पदों से बढ़ाकर 362 किया गया। सभी 362 ग्रुप ए नर्सों की बहाली प्रक्रिया महीने भर के भीतर पूरी हो जाएगी। ये जानकारी शासी परिषद के अध्यक्ष स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने बैठक के बाद दी।
नर्सो की बहाली के अलावा कुल 28 एजेंडों पर निर्णय लिया गया। रिम्स में चिकित्सकों को एम्स की तर्ज पर सातवा वेतनमान का लाभ मिलेगा। इसको लेकर भी जीबी की बैठक में मंजूरी मिल गई है। एम्स में यह वेतनमान जब से लागू है उसी तारीख से रिम्स के डॉक्टरों को भी भुगतान किया जाएगा। इस प्रस्ताव पर जीबी ने प्रस्तावना बनाने का आदेश रिम्स प्रबंधन को दिया है। जूनियर डॉक्टरों के लिए अच्छी खबर : रिम्स में इंटर्नशिप करने वाले चिकित्सकों को भी अब 17090 की जगह 23500 की राशि दी जाएगी। राशि का भुगतान एक जनवरी 2019 से किया जाएगा। अस्पताल की सुरक्षा रिटायर्ड फौजियों के जिम्मे
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि रिम्स की सुरक्षा का जिम्मा अब रिटायर्ड फौजियों के हाथ में दी जाएगी। नई व्यवस्था को एक मार्च से लागू किया जाएगा। बता दें कि अभी रिम्स की सुरक्षा निजी एजेंसी के जिम्मे है। बढ़ाये जाएंगे सीसीटीवी कैमरे
रिम्स में सीसीटीवी कैमरे बढ़ाए जाएंगे। वहीं जो कैमरे खराब पड़े हैं उन्हें बदला जाएगा। मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि निर्माणाधीन प्रशासनिक भवन को जल्द से जल्द हैंडओवर किया जाएगा। इस भवन में बड़ी कंपनी का फर्नीचर लगाने की भी स्वीकृति दी गई। एनेस्थेसिया विभाग में भी चार रेजीडेंट पदों की स्वीकृति
रिम्स निदेशक डॉ डीके सिंह ने बताया कि एनेस्थेसिया विभाग में चार नए रेजीडेंट के पद को स्वीकृति दी गई है। इससे राज्य में एनेस्थेसिया के डॉक्टरों की कमी दूर हो सकेगी। वहीं जिन विभागों में रजिस्ट्रार के पदों की आवश्यकता नहीं है उन पदों को रेजीडेंट के पद में परिवर्तित किया जायेगा। रिम्स के कार्डियक विभाग के लिए नई मशीनों की खरीदारी का निर्णय भी जीबी की बैठक में लिया गया। डॉ अनुपा फिर से रिम्स में देंगी सेवा
रिम्स के बायोकेमेस्ट्री विभाग में डॉ अनुपा फिर से सेवा देंगी। निदेशक ने बताया कि पिछली जीबी की बैठक में डॉ अनुपा के त्यागपत्र पर मुहर लगी थी। बाद में डॉक्टर ने अपना त्यागपत्र वापस लेने का आवेदन दिया। जिसे जीबी की बैठक में मंजूरी दे दी गई।