झाविमो के भाजपा में विलय का जमकर विरोध, प्रदीप यादव ने भी खोला मोर्चा
Jharkhand. झाविमो कार्यसमिति की बैठक अगले सप्ताह होनी है। इधर देवघर जिलाध्यक्ष समेत तीन को निष्कासित कर दिया गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झाविमो प्रदेश कार्यसमिति की बैठक अगले सप्ताह 10 या 11 फरवरी को होगी। बैठक में बकायदा प्रस्ताव पारित कर झाविमो के भाजपा में विलय का निर्णय लिए जाने की बात कही जा रही है। यह चर्चा जोरों पर है कि बाबूलाल 14 फरवरी को भाजपा में अपनी पार्टी का विलय कर देंगे। हालांकि भाजपा और झाविमो दोनों ही खेमों की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
प्रदीप यादव की ओर से मोर्चा खोल दिए जाने के बाद बाबूलाल के समक्ष असहज स्थिति हो गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि बाबूलाल भाजपा में शामिल होने के मसले को अब लंबे समय तक नहीं लटकाए रखना चाहेंगे। हालांकि, झाविमो की तरफ से भाजपा को यह संदेश दे दिया गया है कि बाबूलाल भाजपा के शीर्ष नेताओं की उपस्थिति में ही पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
बाबूलाल मरांडी से जवाब मांगेगी जनता : प्रदीप
पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव ने कहा है कि उनका भाजपा में जाने का सवाल ही नहीं उठता। जिस पार्टी से अलग होकर हमने पार्टी बनाई। पंद्रह साल तक झारखंडियों के हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी। जिस पार्टी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे, उस पार्टी में शामिल होना कैसे संभव है।
वे बुधवार को महागामा के उर्जानगर स्थित राजमहल हाउस में कार्यकर्ताओं से अपनी बात साझा कर रहे थे। उन्होंने झाविमो का भाजपा में विलय की ओर बढ़ते कदम पर कहा कि इसके लिए बाबूलाल मरांडी से जनता जवाब मांगेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी की पार्टी की ओर से उन्हेें कोई नोटिस नहीं मिला है। लोकतंत्र में जनता मालिक है।
विरोध पर देवघर जिलाध्यक्ष समेत तीन निष्कासित
झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव को कारण बताओ नोटिस दिए जाने व पार्टी का भाजपा में विलय की ओर बढ़ते कदम से नाराज झाविमो कार्यकर्ताओं ने बुधवार को टावर चौक पर पार्टी प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का पुतला फूंका। इधर, देवघर जिला इकाई द्वारा पार्टी प्रमुख के पुतला दहन को अनुशासनहीनता करार देते हुए पार्टी ने जिलाध्यक्ष झाविमो के देवघर जिलाध्यक्ष नागेश्वर सिंह के अलावा इकाई के दिनेश मंडल और मणिकांत यादव को पद एवं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
इधर निवर्तमान जिलाध्यक्ष नागेश्वर ङ्क्षसह ने बाबूलाल मरांडी द्वारा उठाए गए पार्टी के विलय के कदम की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि कार्यकर्ताओं ने पार्टी को सशक्त बनाने में अपनी जवानी लूटा दी। ऐसे में अब पार्टी का विलय करना कहीं से उचित नहीं है। अगर विलय करना ही था तो पहले किया जाना चाहिए।