7th JPSC Exam: सातवीं सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में नहीं मिलेगा आरक्षण
Seventh JPSC Exam. रिक्तियों के 15 गुना उम्मीदवार मुख्य परीक्षा के लिए शॉर्टलिस्ट होंगे। मुख्य परीक्षा व साक्षात्कार में मिलेगा आरक्षण का लाभ।
रांची, राज्य ब्यूरो। सातवीं सिविल सेवा परीक्षा अर्थात संयुक्त सिविल सेवा प्रतियोगिता परीक्षा-2017-19 की प्रारंभिक परीक्षा में भी अभ्यर्थियों का आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा। झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा जारी सूचना के अनुसार, प्रारंभिक परीक्षा के आधार पर रिक्तियों की संख्या के 15 गुना अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। इतने ही अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे। अभ्यर्थियों को आरक्षण का लाभ मुख्य परीक्षा तथा साक्षात्कार में ही अंतिम रूप से मिलेगा।
बता दें कि छठी सिविल सेवा परीक्षा में भी प्रारंभिक परीक्षा में आरक्षण का लाभ नहीं दिया गया था, जिसका उस समय काफी विरोध हुआ था। अभी भी कुछ असफल अभ्यर्थी इस आधार पर पूरी परीक्षा को रद करने की मांग कर रहे हैं। सातवीं संयुक्त सिविल सेवा प्रतियोगिता प्रारंभिक परीक्षा में भी आरक्षण नहीं मिलने का विरोध हो सकता है। दूसरी तरफ, जेपीएससी द्वारा जारी सूचना में यह भी स्पष्ट नहीं किया गया है कि 15 गुना परिणाम कैटेगरी वाइज रिक्तियों या कुल रिक्तियों के आधार पर जारी होगा।
तीन-तीन बार करना पड़ा था पीटी के रिजल्ट में संशोधन
छठी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा विवादित होने के कारण इसका परिणाम तीन-तीन बार जारी करना पड़ा था। 23 फरवरी 2017 को सबसे पहले जारी परिणाम में 5,138 अभ्यर्थी सफल हुए थे। झारखंड हाई कोर्ट के निर्देश पर 11 अगस्त 2017 को संशोधित परिणाम जारी किया गया जिसमें 965 अभ्यर्थी अधिक अर्थात कुल 6,103 अभ्यर्थी सफल हुए।
इसमें भी विवाद होने पर राज्य सरकार ने प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण करने के लिए न्यूनतम अंक निर्धारित कर 34 हजार अभ्यर्थियों को पास कर दिया था। ये सभी मुख्य परीक्षा में शामिल हुए थे। हालांकि, हाईकोर्ट के आदेश पर दूसरी बार जारी संशोधित परिणाम के अनुसार 6,103 अभ्यर्थियों में से ही मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी हुआ।