सड़क मरम्मत नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश
प्रखंड क्षेत्र के गुरगांई बुढ़ीबागी कुरूम तेतरीयाटोला सरनापतरा व कोवालु तिरला से पालू चायबागान को फोरलेन से जोड़ने वाली मुख्य सड़क जर्जर हो गई है। इसे लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों में नाराजगी है।
ओरमांझी : प्रखंड क्षेत्र के गुरगांई, बुढ़ीबागी, कुरूम, तेतरीयाटोला, सरनापतरा व कोवालु तिरला से पालू चायबागान को फोरलेन से जोड़ने वाली मुख्य सड़क जर्जर हो गई है। इसे लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों में नाराजगी है। मंगलवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि चुटूपालू पंचायत की मुखिया मुक्ता देवी ने भी सड़क निर्माण के के लिए कोई पहल नहीं की। आने वाले पंचायत चुनाव में मुखिया को सबक सिखाया जाएगा।
ग्रामीणों ने कहा कि सड़क जर्जर होने से पैदल चलना भी काफी मुश्किल हो गया है। प्रतिदिन इस सड़क से सैकड़ों की संख्या में लोगों का आना-जाना होता है। इस सड़क का कालीकरण हुए लगभग 10 वर्ष हो गए हैं। पूरी तरह से जर्जर हो चुकी इस सड़क की मरम्मत न होने से जगह-जगह परे गड्ढे हो गए हैं। अधिकतर जगहों पर तो सड़क ही गायब हो गई है। गुड़गांई से मुख्य मार्ग पालू की दूरी लगभग चार किलोमीटर है। सड़क खराब होने के कारण लोगों को आवागमन करने व मुख्य मार्ग तक पहुंचने में बहुत अधिक समय लग जाता है। सब्जी लेकर ओरमांझी साप्ताहिक बाजार जाने वाले किसानों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर वृद्ध लोगों व महिलाओं काफी मुश्किल हो रही है। आनंद महतो, विनोद कुमार महतो, कमल महतो, नीलांबर खरवार, दिलीप मुंडा, प्रदीप मुंडा, सत्यनारायण खरवार, प्रदीप कुमार महतो, सामू महतो, छोटन चौधरी सहित कई लोगों ने सड़क की जल्द मरम्मत कराने की मांग करते हुए कहा कि सड़क नहीं बनी तो ग्रामीणों द्वारा सांसद व विधायक का विरोध किया जाएगा।
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हजारों लोग हैं प्रभावित
क्षेत्र के बूढ़ीबाबी, गुरगाई, कुरूम, तेतरियाटोली, सरना पतरा, कोवालु, तिरला, चेतनबारी, गणेशपुर, जयडीहा, बरतुआ सहित अन्य गांव के हजारों लोगों का उक्त सड़क से आना-जाना होता है। जर्जर सड़क होने से बारिश के दिनों में अधिक परेशानी होती है। सड़क बन जाने से लोगों को काफी सुविधा होगी।
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क्या कहती हैं मुखिया
मुखिया मुक्ता देवी का कहना है कि ग्रामीणों द्वारा लगाया गया आरोप बेबुनियाद है। हाल ही में कोवालु गांव में पहुंचे डीसी व डीडीसी से उक्त सड़क का निर्माण कराने का आग्रह किया है। पांच किमी सड़क का निर्माण या मरम्मत मुखिया फंड से कराना संभव नहीं है।