झारखंड पुलिस के 15 अधिकारियों कर्मियों को पदक की घोषणा, 26 जनवरी को देंगे राष्ट्रपति
Republic Day 2022 एसडीपीओ ऋषभ कुमार झा और एएसपी अभियान अनुराग राज का नाम पुलिस वीरता पदक के लिए शामिल किया गया है। यह वीरता पदक पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप के बॉडीगार्ड विक्रम टोपनो को मुठभेड़ में मार गिराने के लिए दिया गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। इस गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंंद झारखंड पुलिस के 15 अधिकारियों कर्मचारियों को विभिन्न श्रेणियों में पदक देंगे। इनमें झारखंड पुलिस को पुलिस को दो वीरता पदक, विशिष्ट सेवा के लिए एक राष्ट्रपति पदक और सराहनीय सेवा के लिए 12 पुलिस पदक की घोषणा हुई है।
अगले साल प्राप्त होगा यह पदक
राष्ट्रपति का यह पदक आगामी 15 अगस्त 2023 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झारखंड के मुख्यमंत्री के हाथों या अगले साल 26 जनवरी 2023 को गणतंत्र दिवस के मौके पर झारखंड के राज्यपाल के हाथों रांची के मोरहाबादी मैदान में दिया जाएगा।
इन्हें मिला है पुलिस वीरता पदक
- आइपीएस ऋषभ कुमार झा (तत्कालीन एसडीपीओ तोरपा वर्तमान में एसपी रेल जमशेदपुर)
- एडिशनल एसपी अनुराग राज, खूंटी।
इन्हें मिला विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक
- संजय आनंद राव लाठकर, एडीजी अभियान झारखंड पुलिस।
झारखंड पुलिस के इन अधिकारियों-कर्मियों को मिला है सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक
- विपिन रजक, एएसआइ, विशेष शाखा।
- रामाकांत उपाध्याय, एसआइ, झारखंड जगुआर, एसटीएफ।
- श्याम कुमार, एएसआइ देवघर।
- श्रीपत कुमार, एएसआई चाईबासा
- जानिया बिरुआ, हवलदार, झारखंड जगुआर, एसटीएफ।
- रामाशंकर यादव, हवलदार, झारखंड जगुआर, एसटीएफ।
- जीदन भेंगरा, हवलदार, झारखंड जगुआर, एसटीएफ।
- शंकर दयाल मिश्रा, हवलदार, झारखंड जगुआर, एसटीएफ।
- चक्कर साहू, हवलदार, खूंटी।
- मोहम्मद राशिद, सिपाही तकनीकी, जेएपीटीसी, पदमा।
- मोनीर खान, सिपाही, विशेष शाखा रांची।
- मनोज कुमार दामाई, सिपाही, झारखंड जगुआर, एसटीएफ।
उग्रवादी विक्रम टोपनो को ढेर करनेवाली टीम लीडर को मिला वीरता पदक
पुलिस वीरता पदक के लिए झारखंड पुलिस के जिन दो अफसरों के नाम की घोषणा हुई है उनमें तोरपा के तत्कालीन एसडीपीओ ऋषभ कुमार झा और खूंटी के तत्कालीन एएसपी अभियान अनुराग राज का नाम शामिल है। ऋषभ कुमार झा वर्तमान में जमशेदपुर के एसपी रेल हैं। यह वीरता पदक खूंटी के रनिया में पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप के बॉडीगार्ड विक्रम टोपनो को मुठभेड़ में मार गिराने के लिए दिया गया है।
14 फरवरी 2019 को हुई थी यह घटना
घटना 14 फरवरी 2019 की है। तब पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि खूंटी जिले के रनिया थानाक्षेत्र के मोरमवीर में पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का दस्ता घूम रहा है और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाला है। तत्काल एसडीपीओ तोरपा ऋषभ कुमार झा के नेतृत्व में एक टीम बनी जिसमें खूंटी के तत्कालीन एडिशनल एसपी अनुराग राज भी शामिल किए गए। दोनों ही अधिकारियों के नेतृत्व में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन की टीम की पीएलएफआइ सुप्रीमो के दस्ते के साथ मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में दिनेश गोप का बॉडीगार्ड विक्रम टोपनो मारा गया। पुलिस को भारी पड़ता देख दिनेश गोप अपने साथियों के साथ फरार हो गया। मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान के दौरान पुलिस को जर्मन राइफल सहित 10 अत्याधुनिक हथियार घटनास्थल से मिले। ऑपरेशन सफलतापूर्वक चला इसमें पुलिस को कोई क्षति नहीं हुई।