Remdesivir Injection: झारखंड को मिले 1500 रेमडेसिविर इंजेक्शन, अब मांगे 1500 वेंटिलेटर...
Remdesivir Injection Jharkhand News Samachar केंद्र सरकार ने राज्य के कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 1500 रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटित किए हैं। सोमवार को ये सभी इंजेक्शन राज्य सरकार को प्राप्त हो गए। इससे फिलहाल अस्पतालों में इस इंजेक्शन की कुछ किल्लत दूर हुई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Remdesivir Injection, Jharkhand News Samachar झारखंड सरकार ने राज्य में तेजी से बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए केंद्र से अविलंब 1500 वेंटिलेटर उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव केके सोन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अपर सचिव डा. वंदना गुरनानी को ई-मेल के माध्यम से पत्र भेजकर कहा है कि राज्य में वर्तमान में सरकारी क्षेत्र में 500 वेंटिलेटर ही उपलब्ध हैं। राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या वर्तमान में 13,933 हो गई है तथा जिस रफ्तार से संक्रमण बढ़ रहा है उसके अनुसार, अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक यह संख्या 33 हजार से 35 हजार पहुंच जाने की उम्मीद है। ऐसे में राज्य को बड़ी संख्या में वेंटिलेटर की आवश्यकता होगी। उन्होंने अतिरिक्त 1500 वेंटिलेटर उपलब्ध कराने की मांग करते हुए कहा है कि इससे मरीजों के इलाज में सुविधा होगी।
1500 रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटित
केंद्र सरकार ने राज्य के कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 1500 रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटित किए हैं। सोमवार को ये सभी इंजेक्शन राज्य सरकार को प्राप्त हो गए। इससे फिलहाल अस्पतालों में इस इंजेक्शन की कुछ किल्लत दूर हुई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षबर्द्धन से फोन पर बात कर इस इंजेक्शन के अलावा कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली अन्य दवा की मांग की थी।
राज्य को मिले 1500 रेमडेसिविर इंजेक्शन, सरकार ने 29 निजी अस्पतालों को दिए
राज्य में कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल किए जानेवाले रेमडेसिविर की किल्लत की समस्या फिलहाल कुछ कम हुई है। सोमवार को कुछ निर्माताओं ने राज्य को 1500 रेमडेसिविर इंजेक्शन आपूर्ति किए। आपूर्ति होने के बाद राज्य सरकार ने राज्य के 29 निजी अस्पतालों के बीच इंजेक्शन कोरोना मरीजों के इलाज के लिए वितरित कर दिए।
निर्माताओं से आपूर्ति मिलने के बाद मरीजों के अनुपात में निजी अस्पतालों को हुआ आवंटन
जिन अस्पतालों को रेमडेसिविर के इंजेक्शन दिए गए हैं, उनमें अथर्व केयर हॉस्पिटल, सैमफोर्ड हॉस्पिटल, नागरमल मोदी सेवा सदन, द होप हॉस्पिटल, राज हॉस्पिटल, एसक्लेपियस सेंटर फॉर मेडिकल साइंसेज, मेडिका, गुरुनानक हॉस्पिटल, प्रभावती हॉस्पिटल, लेक व्यू हॉस्पिटल, कांसटेंट लीवेंस हॉस्पिटल, पल्स हॉस्पिटल, आलम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, पारस हॉस्पिटल, हेल्थ प्वाइंट, सेंटेवीटा, आर्किड हॉस्पिटल, मेदांता, रामप्यारी हॉस्पिटल, आरपीएस, सेंवेंथ पाम, एसएम मेमोरियल हाॅस्पिटल, देवकमल हाॅस्पिटल, सृष्टि, लाइफ केयर, टाटा मेन हॉस्पिटल-जमशेदपुर, हजारीबाग आरोग्यम अस्पताल, अशरफी हॉस्पिटल-धनबाद, टेंडर जालान-धनबाद शामिल हैं। बता दें कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से फोन पर बात कर राज्य में इस इंजेक्शन के अलावा कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होनेवाली अन्य दवाओं की मांग की थी।
रेमडेसिविर इंजेक्शन कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली कारगर दवा मानी जाती है। इस कारण से सरकार ने इसके एक्सपोर्ट पर रोक लगा रखी है। बीते दो दिन से देश के कई राज्यों में इस इंजेक्शन के लिए दवा दुकानों से लेकर अस्पतालों में मारामारी मची है।