सैलून बंद हुए तो घरवाले बने हेयर डिजाइनर
राची कोरोना वायरस की वजह से देश में जारी लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू हो चु
जागरण संवाददाता, राची : कोरोना वायरस की वजह से देश में जारी लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू हो चुका है। कुछ नियमों को छोड़ कर राची में पहले की तरह की कई आवश्यक चीजों की दुकानें बंद हैं। ऐसे में सैलून का न खुलना लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। लोगों के बाल लंबे हो रहे हैं और लगातार बढ़ती गर्मी के बीच इनका काटने की व्यवस्था नहीं होने होने से लोग परेशान हो रहे थे। ऐसे में बॉलीवुड की हीरोइन अनुष्का शर्मा ने अपने पति भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के बाल खुद ही काट दिए थे। उसका वीडियो वायरल हुआ था। इनकी ही तर्ज पर हमारे शहर रांची में भी कुछ लोग एक्सपेरिमेंट कर अपने परिवार के सदस्यों की मदद से बाल कटवाने लगे हैं। बड़े भाई की मदद से कटवाए बाल गर्मी का मौसम आ चुका है। बड़े बाल रखने की आदत नहीं है। लॉकडाउन कब खत्म होगा इसका भी कोई अंदाजा नहीं है। ऐसे में बड़े भाई ने ट्रिमर के सहारे बाल काट दिए हैं। उम्मीद है जल्द सब ठीक हो जाए अगली बार बाल कटाने के लिए ऐसी नौबत ना आए।
रूपम सोनी, हरमू पत्नी ने काटे बाल लॉकडाउन से पहले बाल बड़े हो गए थे। अब लगभग 2 महीने होने को आए। बाल भी लगातार टूटने लगे थे। ऐसे वक्त में पत्नी से बालों की हजामत कराई है। ठीक-ठाक स्टाइल लग रहा है।
राजीव कुमार, विद्यानगर बहन ने भाई के काटे बाल
भाई को बड़े बाल रखने की आदत नहीं है। गर्मी का मौसम है तो और दिक्कत हो रही थी। ऐसे में मैंने खुद ही उसके बालों को काटने का फैसला किया। उसने शिकायत नहीं की तो लगता है मैंने ठीक हजामत की है।
शीतल कुमारी, मोरहाबादी
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शारीरिक दूरी बना कर बाल काटना मुश्किल:
कडरू स्थित रूपक सैलून के संचालक रूपक कुमार ने बताया कि कोरोना संकट के बाद से सबसे बड़ा खतरा सैलून पर ही आया है। आमतौर पर हम एक या दो तौलिये से ग्राहकों के चेहरे रगड़ते हैं। अब हर ग्राहक के लिए अलग-अलग तौलिये रखना हमारे लिए संभव भी नहीं है। इसके साथ ही शारीरिक दूरी का ध्यान रखकर बाल काटना भी टेढ़ी खीर है। ऐसे में हम रोज मनाते हैं कि जल्द से जल्द कोरोना संक्रमण का खतरा पूरी तरह देश से खत्म हो जाए तभी हम भी पहले की तरह अपनी दुकानें खोल सकते हैं। आíथक तंगी का करना पड़ रहा सामना:
हरमू स्थित सैलून संचालक मो एहतेशाम अहमद ने कहा कि कोरोना के कारण बहुत मुसीबत आ चुकी है। 50 दिन से भी अधिक समय से दुकानें बंद हैं। आíथक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। जो पैसे थे वे अब खत्म हो चुके हैं। घर के खर्चे में कोई कमी नहीं आई है। सरकार को हमारे बारे में भी सोचना चाहिए। बाकी चीजों की दुकानें खुल रही हैं मगर सैलून कब खुलेंगे यह कोई नहीं बता पा रहा है।