हिदू व मुस्लिम रिवाज से शादी करने वाले के दुश्मन बने स्वजन
जागरण संवाददाता रांची/रातू राजधानी रांची में अलग-अलग धर्म के प्रेमी जोड़े को शादी करना करना महंगा पड़ रहा है। अब स्वजन ही उनके दुश्मन बन गए हैं।
जागरण संवाददाता, रांची/रातू : राजधानी रांची में अलग-अलग धर्म के प्रेमी जोड़े को शादी करना परेशानी का सबब बन गया है। शादी में वर-वधु दोनों ही पक्ष के लोग शामिल हुए थे। दोनों हंसी खुशी पति पत्नी की तरह जीवन गुजार रहे थे। लेकिन चार माह बाद परिस्थिति बदल गई। लड़की के मायके वाले अब लड़के को दूसरी शादी करने की बात कह रहे हैं। ससुराल वालों के अचानक बदले स्वभाव से लड़के का जीना मुहाल हो गया है।
मालूम हो कि बड़काटोली के विक्की करमाली ने हिदपीढ़ी की गुलिस्ता परवीन के साथ 30 मई को हिदू रीति रिवाज से शादी की थी। शादी के कुछ दिनों के बाद गुलिस्ता परवीन के स्वजन के कहने पर दोबारा मुस्लिम रीति रिवाज से 26 जून को निकाह भी पढ़ाया गया। 30 मई को शादी के बाद से दोनों एक साथ पति-पत्नी की तरह रह रहे थे। शादी के चार माह बाद गुलिस्ता के मायके वाले उसे अपने साथ ले गए। इसके बाद वापस नहीं आने दे रहे थे। किसी प्रकार गुलिस्ता अपने मायके से भाग कर पति के पास आ गई, लेकिन उसे बाद से लगातार दोनों को धमकी मिल रही है।
----
पुलिस से मदद के लिए लगा रहे चक्कर
विक्की करमाली के अनुसार, शादी के चार माह बाद गुलिस्ता का भाई आया और मां की तबीयत खराब होने की बात कहकर उसे मायके ले गया। जब नहीं आने दे रहा था तो एक दिन लाने गए। परिवार वाले भड़क गए। आरोप है कि स्थानीय पार्षद के पति ने धमकी दी। विक्की ने कहा कि वह मदद के लिए हिदपीढ़ी थाना पहुंचा, लेकिन मदद नहीं मिली। इसके बाद महिला थाना, कोतवाली थाना भी गया, वहां से भी कोई मदद नहीं मिली।
----
मायके वाले दूसरी शादी का बना रहे दबाव : गुलिस्ता
रातू स्थित विक्की करमाली के घर पहुंची गुलिस्ता परवीन ने बताया कि भाई द्वारा घर लाने के दूसरे दिन उसे गांव औरंगाबाद के हरिहरगंज ले जाया गया। दूसरी शादी करने के लिए घरवालों ने काफी दबाव बनाया। तैयार नहीं हुई। हिदपीढ़ी के मो असलम ने भी दबाव बनाया कि दूसरे लड़के से शादी कर लो। शादी का खर्चा कमेटी उठाएगी। हरिहरगंज में पिता ने काफी पिटाई भी की। मौका देखकर 21 अक्टूबर को अपनी छोटी बहन के साथ भागकर पति के पास वापस आ गई। गुलिस्ता ने कहा कि दोनों बालिग हैं। अपनी मर्जी से शादी किए हैं। शादी में उसके स्वजन भी शामिल हुए थे। पता नहीं अब किसके बहकावे में आकर उसके साथ ऐसा बर्ताव कर रहे हैं।