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BSF के डिप्टी कमांडेंट पर कसा शिकंजा, गिरेगी कार्रवाई की गाज; जानें पूरा मामला

Jharkhand. सरकार ने बीएसएफ के डीजी से अनुशासनात्‍मक कार्रवाई की अनुशंसा की है। मामला कोडरमा के एएसपी रहते हुए मवेशी लदे वाहनों को छुड़वाने का है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 23 Oct 2019 08:53 PM (IST)Updated: Thu, 24 Oct 2019 07:00 AM (IST)
BSF के डिप्टी कमांडेंट पर कसा शिकंजा, गिरेगी कार्रवाई की गाज; जानें पूरा मामला
BSF के डिप्टी कमांडेंट पर कसा शिकंजा, गिरेगी कार्रवाई की गाज; जानें पूरा मामला

रांची, राज्य ब्यूरो। सरकार की गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट अजय पाल के विरुद्ध अनुशासनात्‍मक कार्रवाई की अनुशंसा की है। यह अनुशंसा बीएसएफ के डीजी से की गई है। बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट अजय पाल कोडरमा में एएसपी अभियान के पद पर प्रतिनियुक्त थे। उन्होंने चंदवारा एवं तिलैया थाना क्षेत्र में मवेशी लदी गाडिय़ों की चेकिंग में हस्तक्षेप की तथा गाडिय़ों को छुड़वाया।

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इसकी शिकायत पुलिस मुख्यालय में पहुंचने पर उनकी सेवा तत्काल उनके पैतृक विभाग समय से पूर्व वापस कर दी गई। इनके विरुद्ध अनुशासनात्‍मक कार्रवाई की अनुशंसा कर दी गई। सरकार ने यह अनुशंसा उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र हजारीबाग के डीआइजी से प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर की है।

नक्सलियों के विरुद्ध अभियान के लिए राज्य में सेवा दे रहे हैं सेना व अद्र्ध सैनिक बल के अधिकारी

राज्य से नक्सलियों का सफाया के लिए यहां सेना व अद्र्धसैनिक बल के अधिकारियों को अभियान का नेतृत्व दिया गया है। जिलों में इन्हें एएसपी अभियान के रूप में पदस्थापित किया गया है ताकि अभियान को धारदार बनाते हुए कारगर कार्रवाई हो सके। इसी क्रम में बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट अजय पाल की सेवा झारखंड में ली गई थी। उन्हें कोडरमा का एएसपी अभियान बनाया गया था।


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