Move to Jagran APP

Sangh Shiksha Varg: आरएसएस ने स्वयंसेवकों के लिए शुरू किया संघ शिक्षा वर्ग, भाग लेने के लिए ये हैं शर्तें

Rashtriya Swayamsevak Sangh News Sangh Shiksha Varg कोरोना संक्रमण को देखते हुए पिछले वर्ष प्रशिक्षण वर्ग को स्थगित कर दिया गया था। इस बार प्रशिणार्थियों की उम्र 18 वर्ष से ऊपर होना व कोरोना वैक्सीन लेना अनिवार्य है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 09:35 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 09:39 PM (IST)
Sangh Shiksha Varg: आरएसएस ने स्वयंसेवकों के लिए शुरू किया संघ शिक्षा वर्ग, भाग लेने के लिए ये हैं शर्तें
Rashtriya Swayamsevak Sangh News, Sangh Shiksha Varg प्रशिणार्थियों की उम्र 18 से ऊपर होना व कोरोना वैक्सीन लेना अनिवार्य है।

रांची, [संजय कुमार]। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने एक वर्ष के बाद फिर से संघ शिक्षा वर्ग शुरू कर दिया है। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले वर्ष प्रशिक्षण वर्ग को स्थगित कर दिया गया था। इस वर्ष भी संक्रमण की स्थिति को देखते हुए पूरे देश के अलग-अलग प्रांतों में अप्रैल से लेकर जून तक लगने वाले प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के प्रशिक्षण वर्ग को स्थगित कर दिया गया था। संक्रमण की स्थिति में सुधार होने पर कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी प्रांतों ने अपनी सुविधा अनुसार वर्ग लगाना शुरू कर दिया। इस बार वर्ग में 18 से 40 वर्ष के युवा ही भाग ले सकते हैं। इसमें शामिल होने के लिए वैक्सीन की कम से कम एक डोज लेना अनिवार्य कर दिया गया है। प्रशिक्षणार्थियों की संख्या भी कम रखी जा रही है।

loksabha election banner

20 दिनों तक चलेगा प्रशिक्षण वर्ग

सभी स्थानों पर संघ शिक्षा वर्ग 20 दिनों तक चलेगा। इस बार एक स्थान पर प्रशिक्षणार्थियों की संख्या 100 से कम रखी जा रही है। इस कारण झारखंड में एक स्थान के बदले दो स्थानों गिरिडीह और रांची में वर्ग आयोजित किया गया है। बिहार में यह नवंबर से लेकर दिसंबर तक आयोजित किया गया है। वहीं नागपुर में लगने वाला तृतीय वर्ष भी नवंबर-दिसंबर में लगना तय है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस बार कई स्थानों पर विशेष वर्ग का आयोजन भी नहीं किया जा रहा है। 40 वर्ष से ऊपर के स्वयंसेवकों के लिए विशेष वर्ग का आयोजन किया जाता है।

स्वयंसेवकों के लिए 20 दिनों की साधना है प्रशिक्षण वर्ग

संघ के स्वयंसेवकों के लिए आयोजित प्रशिक्षण वर्गों में संघ की रीति-नीति और शाखा लगाने की पूरी शिक्षा दी जाती है। 20 दिनों तक स्वयंसेवक पूरी साधना करते हैं। सुबह चार बजे उठना पड़ता है। सुबह पांच बजे शाखा लग जाती है। उसके बाद दिन भर अलग-अलग कार्यक्रमों में स्वयंसेवकों को व्यस्त रखा जाता है। रात्रि 10 बजे सभी सोते हैं। इन 20 दिनों तक आज के समय में भी स्मार्टफोन से सभी को दूर रखा जाता है। इन प्रशिक्षण वर्गों से ही संघ के प्रचारक भी निकलते हैं।

गिरिडीह में शुरू हो गया प्रशिक्षण वर्ग

झारखंड में इस बार गिरिडीह और रांची में प्रथम वर्ष के लिए प्रशिक्षण शिविर लगाया गया है। गिरिडीह में 15 सितंबर से 6 अक्टूबर तक एवं रांची में 18 सितंबर से नौ अक्टूबर तक शिविर चलेगा। गिरिडीह में हजारीबाग, धनबाद, देवघर और साहिबगंज विभाग के स्वयंसेवक शामिल होंगे, वहीं रांची में जमशेदपुर, रांची, गुमला और पलामू के स्वयंसेवक भाग लेंगे। संघ कार्य की दृष्टि से झारखंड को आठ विभाग, 24 जिले और चार महानगरों में बांटा गया है। एक विभाग में तीन से चार जिलों को शामिल किया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.