रांची में RSS ने मनाया विजयादशमी उत्सव, स्वयंसेवकों ने पथसंचलन किया Ranchi News
Jharkhand. आरएसएस रांची महानगर की ओर से विजयादशमी उत्सव मनाया गया। इस दौरान अतिथियों ने शस्त्र पूजन किया।
रांची, जासं। राष्ट्रीय सेवा भारती के सह सचिव गुरुशरण प्रसाद ने कहा कि राष्ट्र सर्वोपरि, हमारा जीवन भौतिकवादी नहीं, हिंदू-हिंदू एक रहे का भाव सभी में आना चाहिए। अपने राष्ट्र को परम वैभव पर ले जाना है, इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। आज विश्व की शक्तियां भी भारत की शक्ति को मानने लगी है। ईरान, सऊदी अरब सहित अनेक मुस्लिम देशों ने पाकिस्तान का साथ नहीं देकर भारत का साथ दिया। वे रांची महानगर की ओर से मंगलवार को आयोजित विजयादशमी उत्सव पर मुख्य वक्ता के रूप में स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे।
कहा, डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने जिस संघ की स्थापना विजयादशमी के दिन 1925 में की थी, आज उसके 94 वर्ष हो गए हैं। आज कन्याकुमारी से लेकर लद्दाख व चीन सीमा पर भी संघ का काम चल रहा है। संघ ने लोगों में हिंदुत्व का रिश्ता खड़ा किया है। सामाजिक समरसता का भाव बढ़ा है। राष्ट्र एक का भाव लोगों में लाने के लिए संघ की ओर से प्रयास जारी है। गुरु शरण प्रसाद ने कहा कि डॉक्टर साहब कहते थे कि गांवों में 100 में एक और शहरों में 100 में 3 स्वयंसेवक हो जाएंगे तो मानेंगे कि संघ का काम पूरा हुआ। अभी वैसी स्थिति लाने में समय लगेगा, पर काम जारी है। कहा कि संघ केवल दो ही काम करता है, शाखा चलाना और स्वयंसेवक का निर्माण करना। आज देश में स्वयंसेवक अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।
समाज में दिख रहा परिवर्तन
उन्होंने कहा कि संघ के प्रयास के कारण आज समाज में बड़े पैमाने पर परिवर्तन दिख रहा है। ईसाइयों ने झारखंड के बड़े इलाकों को घर बना लिया था, लेकिन आज उसमें परिवर्तन दिख रहा है। सिमडेगा का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पहले जब प्रवास पर वहां जाते थे। वहां के व्यापारी रात में अपने घरों में स्वयंसेवकों को नहीं ठहराते नहीं थे। क्योंकि अगर ईसाइयों को पता चल जाएगा तो उन्हें परेशानी होगी, लेकिन आज परिस्थितियां काफी बदल गई हैं।
रांची जिले के कई प्रखंडों में आज परिस्थितियां बदली हुई है। धर्मांतरण में कमी आई है। लोग घर वापसी कर रहे हैं। नक्सल इलाकों में सेवा का काम चल रहा है। सेवा भारती, एकल विद्यालय, वनवासी कल्याण केंद्र, विकास भारती जैसे कई संगठनों के माध्यम से सेवा का काम चल रहा है। इससे समाज में परिवर्तन दिख रहा है।
जिस विजयादशमी पर कोर्ट में छुट्टी होती है, वहां राम के जन्मस्थान पर चर्चा हो रही
उन्होंने भगवान राम के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि जिस रामनवमी, विजयादशमी व दीपावली पर कोर्ट बंद रहता है, जज भी छुट्टी लेते हैं, उसी राम के जन्म स्थान को लेकर बहस की जा रही है। वहां राम का अस्तित्व खोजा जा रहा है। इससे पहले कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुरेश चंद्र ने अपना आशीर्वचन दिया। कहा कि जिस संघ की स्थापना 1925 में हुई थी, वह आज विश्व का सबसे बड़ा संगठन बन चुका है। समाज के हर क्षेत्र में स्वयंसेवक काम कर रहे हैं।
स्वयंसेवकों ने निकाला पथसंचलन
सबसे पहले स्वयंसेवकों ने पथसंचलन निकाला। सैकड़ों स्वयंसेवक जिला स्कूल मैदान से निकलकर श्रद्धानंद रोड, महावीर चौक, रातू रोड होते हुए फिर जिला स्कूल मैदान पहुंचे। फिर अतिथियों ने शस्त्र पूजन किया। विजयादशमी के अवसर पर आरएसएस के स्वयंसेवक शस्त्र का पूजन करते हैं। इस मौके पर क्षेत्र सह संघचालक देवव्रत पाहन, प्रांत प्रचारक रविशंकर, महानगर संघचालक पवन मंत्री, महानगर कार्यवाह धनंजय सिंह, प्रांत संपर्क प्रमुख राजीव कमल बिट्टू, क्षेत्र सेवा प्रमुख अजय कुमार सहित कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान कई प्रमुख महिलाएं भी उपस्थित थीं।