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पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक समरसता के लिए अभियान चलाएगी राष्ट्र सेविका समिति

राष्ट्र सेविका समिति सामाजिक समरसता परिवार प्रबोधन युवतियों की सुरक्षा एवं पर्यावरण को लेकर पूरे देश में अभियान चलाएगी। यह बात सह कार्यवाहिका सुनीता हल्दर ने बातचीत में कही।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 03:53 AM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 06:18 AM (IST)
पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक समरसता के लिए अभियान चलाएगी राष्ट्र सेविका समिति
पर्यावरण संरक्षण व सामाजिक समरसता के लिए अभियान चलाएगी राष्ट्र सेविका समिति

संजय कुमार, रांची

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राष्ट्र सेविका समिति सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, युवतियों की सुरक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण आदि विषयों को लेकर पूरे देश में अभियान चलाएगी। युवा वर्ग के माध्यम से जल संचयन एवं पौधरोपण को बढ़ावा दिया जाएगा। वर्ष 2021 तक देश के पांच हजार गांवों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। यह कहना है राष्ट्र सेविका समिति की सह कार्यवाहिका सुनीता हल्देकर का। वे सरला बिरला विश्वविद्यालय के सभागार में चल रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन दैनिक जागरण से बातचीत कर रही थीं। सोमवार को दोपहर मुख्य संचालिका के संबोधन के साथ ही बैठक का समापन हो जाएगा।

सुनीता हल्देकर ने कहा कि वर्तमान समय में लोगों के सामने सामाजिक चुनौतियां ज्यादा है। नैतिक जीवन के मूल्यों का क्षरण होने के साथ-साथ परिवार व्यवस्था पर कुठाराघात हो रहा है। महिलाओं के मातृत्व भाव में कमी आ रही है। आज भी समाज में विषमता का वातावरण है। इसे कैसे दूर किया जाए, इस पर समिति की बहनें विचार करेंगी। इसके लिए पूरे देश में जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। सामाजिक समरसता के लिए अपने घरों से अभियान चलाना होगा। परिवार में हर वर्ग के लोग आते हैं। उनके साथ समान व्यवहार करना होगा। परिवार भावना को जीवित रखने की है जरूरत

हल्देकर ने कहा कि समाज में परिवार भावना को जीवित रखने की जरूरत है। इसके लिए समिति की महिलाएं विवाह पूर्व युवक-युवतियों से बात करेंगी। उनके माता-पिता से बात करेंगी। देश भर में बच्चों के लिए और ज्यादा संस्कार केंद्र खोले जाएंगे। अभी 400 केंद्र संचालित हैं। इनमें नौकरी पेशा में रहने वाले परिवार के बच्चों को नैतिक शिक्षा दी जाती है।

युवतियों में विकसित की जाएगी सुरक्षा की भावना

सह कार्यवाहिका ने कहा कि समिति ने युवतियों की सुरक्षा के बारे में योजना बनाई है। लड़कियों में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए देश के विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों सहित पूरे देश में 1000 स्थानों पर कार्यक्रम किए जाएंगे। महिला छात्रावासों में संपर्क अभियान चलाया जाएगा। इनसेट

जय भीम के कामों, धर्मातरण एवं महिला सुरक्षा पर हुई चर्चा

बैठक के दूसरे दिन तीन सत्रों में अलग-अलग विषयों पर चर्चाएं हुई। इसमें महिला सुरक्षा, धर्मातरण, लव जिहाद, जय भीम संगठन के कामों एवं राष्ट्र की अखंडता महत्वपूर्ण विषय था। झारखंड में धर्मातरण सबसे बड़ी चुनौती है। इसे कैसे रोका जाए, इसके लिए समिति की बहनें कार्य करेंगी। लव जेहाद के प्रति लड़कियों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए 14 वर्ष से ऊपर की लड़कियों का एक गु्रप तैयार किया जाएगा, जो कॉलेजों व छात्रावासों में जाकर लड़कियों को सचेत करेंगी। जय भीम संगठन के कामों पर भी बैठक में चर्चा हुई। कहा गया कि जय भीम से जुड़े लोग बच्चों को दिग्गभ्रमित करने का काम कर रहे हैं। महिलाओं को भी चूड़ी पहने एवं सिंदूर लगाने से मना करते हैं। झारखंड में यह बड़ी समस्या है। इसे कैसे रोका जाए, इस पर सभी से सुझाव मांगे गए।


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