Jharkhand News: सीबीआइ व ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी... नौकरशाहों व बिल्डरों में हड़कंप... कोल्हान के तीन डीएमओ से पूछताछ
IAS Pooja Singhal आइएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी ने झारखंड के भ्रष्ट अफसरों बिल्डरों और कारोबारियों की पोल खोल कर रख दी है। एक के बाद एक नामों का खुलासा हो रहा है। भ्रष्टाचार में शामिल लोगों की सूची लंबी होती जा रही है।
रांची, डिजिटल डेस्क। आइएएस पूजा सिंघल के चक्कर में अभी कितने लोग जेल जाएंगे, यह कहना मुश्किल है। लेकिन पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद से लगातार नौकरशाहों और बिल्डरों के खिलाफ झारखंड समेत देश भर में केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी से हड़कंप मचा हुआ है। भ्रष्ट नौकरशाह और सत्ता के करीब रहने वाले बिल्डर-कारोबारी दहशत में हैं। कब किसके घर ईडी या सीबीआइ छापेमारी शुरू कर दे, इस आशंका ने रातों की नींद हराम कर दी है।
इन अफसरों, बिल्डरों-कारोबारियों पर हो चुकी छापेमारी
ईडी ने सबसे पहले पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक झा और सीए सुमन कुमार के यहां छापेमारी की। इसके बाद अभिषेक झा के प्लस अस्पताल बनानेवाले बिल्डर के यहां छापेमारी हुई। इसके बाद के यहां ईडी ने छापेमारी की। इसके बाद मंगलवार को विनायका ग्रुप के मालिक विशाल चौधरी और गृह सचिव राजीव अरुण एक्का के बहनोई निशिथ केसरी के यहां छापेमारी हुई। फिर प्रेम प्रकाश के घर ईडी ने दस्तक दी। इसी बीच सीबीआइ ने भी गुरुवार को राष्ट्रीय खेल घोटाले को लेकर पूर्व खेल मंत्री बंधु तिर्की के यहां छापेमारी कर दी। यानी केंद्रीय एजेंसियाें ने अपनी कार्रवाई से झारखंड में इस समय हड़कंप मचा रखा है। अब अगली बारी किसकी है, इस आशंका से भ्रष्ट अधिकारी और बिल्डर सहमे-सहमे नजर आ रहे हैं।
आज पांच जिला खनन पदाधिकारियों से हो रही पूछताछ
ईडी के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार गुरुवार को पांच जिलों के जिला खनन पदाधिकारियों (डीएमओ) को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय में बुलाया गया था। इनमें चाईबासा के डीएमओ निशांत अभिषेक, सरायकेला-खरसांवा के डीएमओ सन्नी कुमार, हजारीबाग के डीएमओ अनिल कुमार, रामगढ़ के डीएमओ नीतेश कुमार गुप्ता व चतरा के डीएमओ गोपाल कुमार दास शामिल हैं। गुरुवार की देर रात तक इनसे ईडी के अधिकारी पूछताछ कर रहे थे। पिछले दिनों निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल, उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार से मिले इनपुट के बाद राज्य के लगभग सभी जिलों के डीएमओ ईडी की पूछताछ के राडार पर हैं। जिलों में अवैध परिवहन, अवैध खनन मामले में ईडी के अधिकारी इनसे जानकारी ले रहे हैं। इनसे पूछा गया कि वे कितने दिनों से जिले में तैनात हैं और अवैध खनन के खिलाफ क्या कार्रवाई की? इसे रोकने के लिए कौन से कदम उठाएं और कितने मामले दर्ज किए? अवैध खनन व अवैध परिवहन की काली कमाई का हिस्सा कहां-कहां पहुंचाया। ईडी के अधिकारियों ने जिला खनन पदाधिकारियों के सामने कुछ दस्तावेज भी रखे, जिसका जिला खनन पदाधिकारी जवाब नहीं दे पाए। ये दस्तावेज मौखिक आदेश पर ई-चालान नहीं जारी करने से संबंधित भी थे। ईडी सूत्रों की मानें तो राज्य में काली कमाई के हिस्सेदारों की कलई परत दर परत खुल रही है। भ्रष्टाचारियों पर कानून का घेरा कसता जा रहा है।
किन तक और कैसे पहुंचाते थे रुपये, ईडी लगा रही पता
तीनों जिलों के खनन पदाधिकारी इस समय ईडी कार्यालय में सुबह से ही सवालों का सामना कर रहे हैं। इन से ईडी के अधिकारी यह पता लगा रहे हैं कि जिला खनन पदाधिकारी (डीएमओ) अवैध खनन का पैसा किनके पास पहुंचाया करते थे। ये रुपये किस रूप में किन किन नेताओं तक पहुंचते थे। इसमें खान विभाग की सचिव रहीं पूजा सिंघल और मंत्री हेमंत सोरेन की क्या भूमिका रही है। ईडी की कार्रवाई का आलम यह है कि कई जिला खनन पदाधिकारी अब सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हो चुके है। बहुत जल्द ईडी इस बात का खुलासा कर सकती है कि इस काले धंधे में कौन-कौन सी बड़ी मछलियां शामिल रही हैं। पूर्वी सिंहभूम के जिला खनन पदाधिकारीय संजय कुमार शर्मा को जिले में आए अभी करीब पांच माह ही हुए हैं, लेकिन सरायकेला खरसावां के जिला खनन पदाधिकारी सन्नी कुमार करीब तीन वर्ष से जिले में पदस्थापित रहे हैं। इससे पहले संजय शर्मा सरायकेला खरसावां में भी पदस्थापित थे। आज गुरुवार को जिन जिला खनन पदाधिकारियों से पूछताछ चल रही है तीनों एक ही बैच के अधिकारी हैं।
झारखंड के अभी कई और शातिर चढ़ेंगे ईडी के हत्थे
उधर, बुधवार को ईडी ने जिस प्रेम प्रकाश के घर छापेमारी की थी, उसकी छानबीन दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी है। प्रेम प्रकाश के बारे में पहले लोग ज्यादा नहीं जानते थे। छापेमारी के बाद खुलासा हुआ है कि बिहार के सासाराम के रहने वाले प्रेम प्रकाश का झारखंड के नौकरशाहों और नेताओं से करीबी संबंध रहा है। प्रेम प्रकाश फिलहाल ईडी की हिरासत में है। उसके दबदबे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह आइपीएस और आइएएस तक की ट्रांसफर पोस्टिंग में दखल रखता है। प्रेम प्रकाश से पूछताछ के बाद ईडी अब किस नए शातिर पर हाथ डालती है, यह देखने वाली बात होगी।
रवि केजरीवाल भी अभी जांच से मुक्त नहीं हुए
पूजा सिंघल के भ्रष्टाचार मामले में एक और शख्स का जिक्र नहीं हो तो बेमानी होगा। ये हैं- रवि केजरीवाल। एक समय झामुमो के कोषाध्यक्ष हुआ करते थे। पार्टी ने इन्हें निकाल दिया है। इतना ही नहीं इन पर सरकार गिराने की साजिश रचने का भी आरोप है। ईडी की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ी तो इनकी भी ईडी कार्यालय में पेशी हुई। इनसे भी गहन पूछताछ की जा चुकी है। इन्होंने भी कई राज की बातें ईडी से साझा की हैं। फिलहाल ईडी की गिरफ्त से बाहर हैं, लेकिन जांच से मुक्त नहीं हुए हैं।