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ट्रैफिक में 682 की जगह केवल 266 पुलिसकर्मी

रांची : राजधानी की ट्रैफिक पुलिस विभाग अरसे से पर्याप्त संख्याबल न होने के बावजूद व्यवस्था संभ

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Nov 2017 06:17 PM (IST)Updated: Sun, 05 Nov 2017 06:17 PM (IST)
ट्रैफिक में 682 की जगह केवल 266 पुलिसकर्मी
ट्रैफिक में 682 की जगह केवल 266 पुलिसकर्मी

रांची : राजधानी की ट्रैफिक पुलिस विभाग अरसे से पर्याप्त संख्याबल न होने के बावजूद व्यवस्था संभालने में लगा हुआ हैं। शहर के आधे से अधिक ट्रैफिक सिग्नल ठप पड़े हैं। इन सबके बीच ट्रैफिक के पास पुलिसकर्मियों की भी एक तिहाई कमी है। राजधानी में बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था के लिए 682 पुलिसकर्मी और अधिकारियों की जरूरत हैं, लेकिन मात्र 266 पुलिसकर्मी ही काम कर रहे हैं। ऐसे में ट्रैफिक संधारण के अलावा कामकाज पूरी तरह प्रभावित है। ट्रैफिक एसपी ने कई बार मुख्यालय को पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है।

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प्रशिक्षण का भी है अभाव

ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की कमी तो है ही, इसके अलावा पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण भी सही तरीके से नहीं मिल पाता है। ट्रैफिक व्यवस्था को तकनीकी संसाधानों से लैस तो किया जा रहा है, लेकिन पुलिसकर्मियों को पर्याप्त रूप से तकनीकी ज्ञान नहीं दिया जा रहा हैं। ट्रैफिक पुलिस की महत्वपूर्ण योजना ई-चालान सिस्टम और बटन कैमरा तक को ऑपरेट करना आधे से अधिक पुलिसकर्मियों की समझ से परे है। चूंकि रांची में पदस्थापित ज्यादातर पुलिसकर्मी हवलदार से प्रोन्नत होकर जमादार हुए हैं। ऐसे में कई जमादार ऐसे हैं जिन्हें न ई चालान डिवाइस चलाना आता है और न कंप्यूटर चलाने में दक्ष हैं।

प्रशिक्षण के नाम पर खानापूर्ति

ट्रैफिक पुलिस को सुदृढ़ बनाने के लिए कई तरह के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाती है, लेकिन प्रशिक्षण के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है। आधे से अधिक पुलिसकर्मी प्रशिक्षण के दौरान केवल हाजिरी बनाते हैं। ऐसे में प्रशिक्षण सिर्फ किताबी मिल पाता है, कार्य करने में सक्षम नहीं होते।

यातायात पुलिस :: एक नजर

पद चाहिए वर्तमान

एसपी 01 01

डीएसपी 02 02

सार्जेट मेजर 02 00

इंस्पेक्टर 04 04

सार्जेट 06 02

दारोगा 07 02

जमादार 16 32

हवलदार 122 28

सिपाही 517 191

चालक पुलिस 05 04


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