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Ranchi University: रांची यूनिवर्सिटी के सीनेट बैठक का विरोध, आजसू ने सरकार से की न्यायिक जांच की मांग

Ranchi University अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) ने रांची यूनिवर्सिटी के सीनेट बैठक का विरोध किया है। आजसू का कहना है कि सीनेट की बैठक असंवैधानिक है। आजसू सदस्यों ने झारखंड सरकार से मांग की है कि इस बैठक की न्यायिक जांच अविलंब कराई जाए।

By Sanjay KumarEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 01:39 PM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 01:40 PM (IST)
Ranchi University: रांची यूनिवर्सिटी के सीनेट बैठक का विरोध, आजसू ने सरकार से की न्यायिक जांच की मांग
Ranchi University: आजसू ने रांची यूनिवर्सिटी के सीनेट बैठक का किया विरोध।

रांची, जासं। Ranchi University अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) प्रदेश प्रभारी हरीश कुमार के नेतृत्व में रांची यूनिवर्सिटी के सीनेट बैठक का विरोध किया गया। आरयू मुख्यालय के मुख्य द्वार पर सभी सीनेटर को विश्वविद्यालय एक्ट की प्रति एवं गुलाब फूल देकर आजसू के सभी सदस्यों ने सभी सीनेटर से अनुरोध किया कि आप एक्ट को पहले पढ़े एवं पालन करें। साथ ही इस बैठक का विरोध करें ताकि भविष्य में कभी भी आरयू प्रशासन एक्ट का उल्लंघन न कर सके। साथ कभी भी छात्र विरोधी बैठक न हो सके। आजसू कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम बैठक का विरोध इस वजह से कर रहे हैं ताकि आरयू प्रशासन की मनमानियों का कारनामा सबके सामने आ सके।

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गुलाब फूल देकर बैठक का किया विरोध।

बता दें कि बैठक में विश्वविद्यालय एक्ट के अनुसार सीनेट में सरकार के द्वारा 10 प्रतिनिधि का मनोनयन किया जाता है, लेकिन एक भी प्रतिनिधि नहीं हैं। न ही एक भी चुने हुए प्रतिनिधि हैं। जिससे छात्रों की आवाज सरकार तक पहुंच नहीं पाएगी । बैठक में सभी सीनेटर भी नहीं पहुंच पाए यह भी एक बड़ा मुद्दा है।

विरोध कर रहे आजसू कार्यकर्ताओं ने कहा कि दरअसल यह बैठक आनन फानन में आयोजित की गई। इस वजह से सभी सीनेट सदस्य बैठक में शामिल नहीं हो पाए। अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) के प्रदेश सचिव ओम वर्मा ने कहा कि सीनेट की बैठक में छात्र प्रतिनिधि का न होना छात्र से संबंधित सवाल का न होना अपने आप में हास्यास्पद है। बैठक की जितनी निंदा की जाए कम है। प्रभारी कुलपति डा कामिनी कुमार के द्वारा आनन फानन में बैठक कराना कहीं न कहीं गलत निर्णयों की संपुष्टि की ओर इशारा करता है। सभी आजसू सदस्यों ने सरकार से मांग की है कि इस बैठक की न्यायिक जांच अविलंब कराई जाए।

वहीं ज्योत्सना केरकेट्टा ने कहा कि प्रभारी कुलपति की अध्यक्षता में पहली बार आरयू सीनेट बैठक अपने आप में शिक्षा जगत में चर्चा की विषय बना हुआ है। चेतन प्रकाश ने कहा कि कुलाधिपति सह राज्यपाल से मांग करते हैं कि इस बैठक की कार्रवाई को अविलंब रद किया जाए।

इन्होंने किया बैठक का विरोध

बैठक का विरोध करने में प्रदेश प्रभारी हरीश कुमार, प्रदेश सचिव ओम वर्मा, चेतन प्रकाश, ज्योस्तना केरकेटा, सोनू पंडित, जमाल गद्दी, अभिषेक कुमार झा, शान कुजूर, अभिषेक शुक्ला, सोनाली मांझी, नैंसी कोरियार, अकरामुल अंसारी, गौरभ साहू, रिंकू गद्दी, ऋतिक, राहुल, अजीत कुमार एवं अन्य सदस्य शामिल रहे।


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