Ranchi University: लैब में खराब उपकरणों के बीच परीक्षा दे रहे छात्रों को राहत; विज्ञान की प्रयोगशाला के लिए ये घोषणा
Ranchi University रांची यूनिवर्सिटी की लैब में खराब उपकरणों के बीच परीक्षा दे रहे छात्रों को राहत मिलने वाली है। विज्ञान संकाय की प्रयोगशालाओं के लिए आकस्मिक निधि में बढ़ोतरी की जाएगी। 44 हजार रुपये सालाना से बढ़ाकर सवा लाख करने की योजना है।
रांची, जासं। Ranchi University रांची यूनिवर्सिटी में पठन पाठन को दुरुस्त करने की दिशा में लगातार नए प्रयोग किए जा रहे हैं। इसी क्रम में आरयू के स्नातकोत्तर विज्ञान संकाय की प्रयोगशालाओं के लिए अब आकस्मिक निधि को बढ़ाने का निर्णय लिया जा रहा है। इस दिशा में आरयू ने कवायद तेज कर दी है। इसके तहत विज्ञान विषय वाले स्नातकोत्तर विभागों को 1.25 लाख तक की आकस्मिक निधि उपलब्ध कराई जाएगी। अब तक यह राशि 44 हजार रुपये सालाना ही है। राशि बढ़ोतरी का एक प्रस्ताव आरयू की वित्त समिति को भेजने की तैयारी चल रही है। जहां से अप्रूवल मिलने के बाद इसे अमल में लाया जाएगा।
बता दें कि पिछले दिनों कुलपति डा अजीत कुमार सिन्हा ने डीन और विभागाध्यक्षों के साथ बैठक में लैब के लिए फंड की कमी दूर करने का आश्वासन दिया था। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस प्रस्ताव को अमल में लाए जाने के बाद आरयू के विज्ञान संकाय के विभिन्न विभागों में जरुरी संसाधनों की कमी दूर हो जाएगी। खासकर भौतिकी, रसायन व जंतु विज्ञान विभाग के प्रैक्टिकल लैब में पुराने व खराब पड़े संसाधनों को दुरुस्त कराने के उपाय मिल जाएंगे।
खराब उपकरणों के बीच परीक्षा देने को मजबूर है छात्र
बता दें कि भौतिकी विज्ञान विभाग के लैब में जीएम काउंटर पिछले दो वर्षों से खराब पड़ा है, लेकिन फंड के अभाव के कारण इसकी रिपेयरिंग नहीं हो पा रही है। खराब उपकरणों के बीच छात्र छात्राएं अपनी परीक्षा देने को मजबूर हैं। मंगलवार को भी भौतिकी विज्ञान विभाग के लैब में एमएससी सेमेस्टर 2 की परीक्षा आयोजित की गई।
विज्ञान संकाय में 6 स्नातकोत्तर विभाग को मिलेगा लाभ
रांची यूनिवर्सिटी के विज्ञान संकाय में 6 स्नातकोत्तर विभाग हैं। जिनमें भौतिकी, रसायन शास्त्र, जंतु विज्ञान, भूगर्भ शास्त्र, गणित और वनस्पति शास्त्र शामिल हैं। इन विभागों में स्पेशल पेपर आधारित लैब हैं। पूर्व में इन विभागों को अधिकतम 44 हजार रुपये तक की आकस्मिक निधि मिलती थी। इसके अलावा अन्य संकाय के वैसे विभाग जिनमें लैब हैं, उनकी आकस्मिक निधि में भी इजाफा किया जाएगा।
बता दें कि विज्ञान संकाय के विभागों को केमिकल व अन्य जरूरी सामग्री की खरीद में फंड की कमी से जूझना पड़ता रहा है। डीन व विभागाध्यक्षों को यह निर्देश भी दिया गया कि किसी भी जरुरत के लिए सीधे कुलपति से पत्राचार करें व इसकी एक कापी रजिस्ट्रार को भी दें ताकि मामले पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
आकस्मिक निधि में बढ़ोतरी से मिलेगी राहत
रांची यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट आफ फिजिक्स के एचओडी डा सुधा सिंह का कहना है कि कोविड की वजह से दो वर्षों तक कई मशीनों का उपयोग नहीं हो पाया था। इस वजह से जीएम काउंटर मशीन में थोड़ी बहुत खराबी आ गई है। इस संबंध में यूनिवर्सिटी प्रशासन को सूचना दी गई है। पूरी उम्मीद है जल्द ही जीएम काउंटर को दुरुस्त करा लिया जाएगा। आकस्मिक निधि में बढ़ोतरी से कुछ राहत जरुर मिलेगी।
छात्रों व शिक्षकों को मिलेगा लाभ
रांची यूनिवर्सिटी के कुलपति डा अजीत कुमार सिन्हा का कहना है कि आरयू में छात्रों व शिक्षकों की बेहतरी के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। विज्ञान संकाय के लैब को दुरुस्त करने के लिए आकस्मिक राशि में बढ़ोतरी का फैसला लिया गया है। ताकि समय पर सारे संसाधन उपलब्ध हो सके। भविष्य को संवारने के लिए हरेक सप्ताह आरयू के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष व डीन के साथ बैठक की जा रही है। ताकि जरुरी कार्यों को पूरा कर पठन पाठन को पटरी पर लाया जा सके। जरुरतों को ध्यान में रखते हुए सारे निर्णय लिए जा रहे हैं।