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Jharkhand: विधायक खरीद-फरोख्त मामले में आरोपितों को रिमांड पर लेगी पुलिस

MLA Horse Trading Case Jharkhand News Hemant Government सरकार गिराने के मामले में पुलिस को कई सुराग मिले हैं। इसके बावजूद केस का अनुसंधान धीमा है। जेल भेजे गए तीन अभियुक्तों को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ करेगी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 03:14 PM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 09:17 PM (IST)
Jharkhand: विधायक खरीद-फरोख्त मामले में आरोपितों को रिमांड पर लेगी पुलिस
MLA Horse Trading Case, Jharkhand News रांची पुलिस ने आज आवेदन दिया है।

रांची, जासं। विधायकों की खरीद-फरोख्त कर सरकार गिराने की साजिश मामले में जेल में बंद आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। आरोपितों की गिरफ्तारी के 13 दिन बाद अब पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में आवेदन देकर तीनों आरोपितों अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो को पूछताछ के लिए तीन दिनों की रिमांड की अनुमति मांगी है। रांची पुलिस के आवेदन पर सुनवाई के बाद कोर्ट रिमांड दिए जाने पर कोई निर्णय लेगा।

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हालांकि रिमांड पर लेने में 13 दिन विलंब किए जाने को लेकर पुलिस पर भी सवाल उठने लगे हैं। केस में कई तरह के सुराग पुलिस को मिले हैं। साजिश रचने में कई नाम सामने आए हैं। बावजूद संबंधित लोगों को ना तो कोई नोटिस भेजा गया। ना ही पूछताछ की गई।

आरोपितों ने कई नामों का किया था खुलासा

पूरे मामले में पकड़े गए तीनों आरोपितों ने अपने बयान में कई नामों का खुलासा किया था। इनमें महाराष्ट्र के भाजपा नेता, दो पत्रकारों सहित कई नाम सामने आए हैं। इनमें से किसी को भी पुलिस ने अब तक सीआरपीसी 41 के तहत नोटिस नहीं भेजा है। एसआइटी की जांच में सामने आए महाराष्ट्र के भाजपा नेता चंद्रशेखर राव बवनकुले और चरण सिंह जी के अलावा रांची के होटल में आरोपितों के साथ ठहरने वाले जय कुमार बेलखेड़े, मोहित भारतीय, आशुतोष ठक्कर, अमित कुमार यादव सहित अन्य विधायकों का नाम सामने आया है। खरीद फरोख्त के मामले में दो पत्रकारों के नाम भी सामने आए हैं।

पुलिस ने साध रखी है चुप्पी

पूरे मामले पर पुलिस ने चुप्पी साध रखी है। सवाल उठ रहा कि आखिर पुलिस किसे बचा रही है। तीन लोगों को सरकार के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में राजद्रोह समेत कई धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजा गया। दिल्ली-मुंबई भेज कर विशेष टीम से जांच करवाई गई। होटलों के सीसीटीवी के फुटेज से सबूत भी मिल चुके हैं।

22 जुलाई को हुई थी छापेमारी

सरकार गिराने की साजिश के मामले में पुलिस की टीम ने होटल लीलैक में 22 जुलाई को छापेमारी की थी। कमरा नंबर 310 से चार सूटकेस, दो लाख रुपये नकद, हवाई टिकट, मोबाइल फोन के साथ कई कागजात जब्त किए थे। इस मामले में बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के बयान पर कोतवाली थाने में राजद्रोह व साजिश के मामले में केस दर्ज किया गया है। मामले में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद को जेल भेजा गया है।

ये भी उठ रहे सवाल

मामले में जेल भेजे गए अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद के स्वीकारोक्ति बयान में साजिशकर्ताओं के संपर्क में रहने वाले विधायकों के नाम का उल्लेख किया गया है, लेकिन आरोपितों द्वारा नाम बताने के बावजूद बयान में केवल विधायक जी लिखा गया है। इसी तरह स्वीकारोक्ति बयान में लिखा गया है कि किस होटल में बैठक हुई। बावजूद विधायकों के नाम स्वीकारोक्ति बयान से गायब हैं।

महाराष्ट्र से आए नेता कैसे फरार हो गए, यह भी बड़ा सवाल है। होटल के रिकॉर्ड में इनके नाम से कमरा नंबर 407, 307, 310, 611 बुक होने की जानकारी मिली है। वहां से चार सूटकेस, दो लाख रुपये नकद, कई हवाई टिकट, कई मोबाइल फोन के साथ साथ कई कागजात जब्त किए गए थे।


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