रांची के खादी मेला में पत्थरों को भी मात दे रहीं कागज से बनीं प्रतिमाएं
रांची में चल रहे खादी मेले में स्थानीय कलाकारों द्वारा बनाए गए उत्पाद सभी को भा रहे हैं। यहां कागज की बनी प्रतिमाएं लोगों को आकर्षित कर रही हैं। रविवार को मेले का रंगारंग समापन होगा। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि होंगी।
जागरण संवाददाता, रांची
मोरहाबादी मेले में तरह-तरह की चीजें हैं। कुछ अनोखी भी तो कुछ पहली बार प्रदर्शित की गई हैं। इन्हीं में से है कागज की बनीं प्रतिमाएं। खूंटी के सारिदकेल, तिरला की डॉली देवी ने जूही महिला मंडल का गठन किया। सरकार ने भी सहयोग किया और अब इनकी मेहनत और प्रतिभा निखर का आ रही है। कागज से बनीं ये प्रतिमाएं पत्थरों की तरह जीवंत दिख रही हैं। इनमें वजन भी है। यदि किसी को बताया न जाए तो वह भ्रमित हो सकता है कि यह कागज की प्रतिमा है या पत्थर की। ब्राउन, ब्लैक, गोल्ड में रंगी ये प्रतिमाएं खूबसूरत लग रही हैं। एक प्रतिमा तो पत्थर के रंग जैसी बनी है। डॉली कहती हैं कि खूंटी में कुछ महिलाओं को साथ लेकर काम कर रही हूं। इसकी ट्रेनिंग बाहर ली है। यहां महिलाओं को सिखा भी रही हूं। झारखंड में पहली बार कागज से प्रतिमाएं बन रही हैं। जिला प्रशासन और कल्याण विभाग भी सहयोग कर रहा है। डॉली के पति विजय कुमार नायक कहते हैं कि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार देना है। सरकार से भी मदद की उम्मीद है और खादी बोर्ड से भी। खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ ने कहा कि इनकी कृतियों को बोर्ड के आउटलेट में रखा जाएगा। डॉली ने बिरसा मुंडा, भगवान बुद्ध से लेकर प्रभु ईसा की प्रतिमाएं बनाई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने किया मेले का अवलोकन
शुक्रवार की संध्या पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी मेले में पहुंचे। मेले का परिभ्रमण किया और कोरा खादी के बारे में जानकारी ली। फैशन डिजाइनर आशीष सत्यव्रत साहु व खादी बोर्ड के कंवलजीत सिंह संटी ने खादी कोरा के बारे में जानकारी दी। तरह-तरह की बंडी के बारे में भी बताया। हस्तशिल्पियों को उत्साहित भी किया। रविवार को होगा उत्सव का समापन, मिल रही है 70 प्रतिशत तक की छूट
मेले में दस से लेकर 70 प्रतिशत की छूट मिल रही है। मेला अब के अब दिन शेष है। रविवार को मेले का समापन होगा। संध्या चार बजे राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू समापन समारोह में भाग लेंगी। हर स्टाल पर छूट दी जा रही है। सर्वाधिक छूट झारक्राफ्ट के स्टाल पर है। यहां कुछ चीजों पर 70 प्रतिशत छूट दी जा रही है।
आज अधिकारी प्रस्तुत करेंगे कार्यक्रम
शनिवार को नीति आयोग की कशिश मित्तल, एसीबी डीआइजी असीम विक्रांत मिंज, पुलिस अधीक्षक मो आरती, अपर समाहर्ता पूनम कुमार झा गायन पेश करेंगे। शुक्रवार को भी सांस्कृतिक हुए। पांच को जिला निर्वाचन आयोग द्वारा इलेक्शन फेस्ट का जिला स्तरीय कार्यक्रम भी होगा।
प्रतिक्रिया-
मेले में दस साल से आ रहे हैं। जयपुरी जूतियां यहां खूब बिकती हैं। हमारी संस्था के साथ दो सौ महिलाएं जुड़ी हैं, जो जूतियों की डिजाइन और नग जोड़ती हैं। खादी मेले का इंतजार रहता है। काफी बड़ा यह मेला है।
अनिल रेंगर, जयपुर
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खादी मेले का इंतजार रहता है। अब मेला समापन की ओर है। हमारे यहां शुद्धता की गारंटी रहती है। आंवला के जितने भी उत्पाद यहां मिलते हैं, वह शुद्ध होते हैं। हर साल यहां आते हैं और ग्राहक भी अब पहचानने लगे हैं। वे खोजते हुए आते हैं।
प्रमोद मिश्र, प्रतापगढ़
गुजरात से यहां आए हैं। गुजराती वस्त्रों की भी यहां खूब डिमांड है। हर दिन मेले में हजारों लोग आ रहे हैं और खरीदारी कर रहे हैं। हम सबके लिए यह एक सुखद अनुभव है। यहां आकर काफी अच्छा लग रहा है।
कमला बेन, गुजरात
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