रांची डीसी ने दुकानें खोलने पर नहीं लिया निर्णय
कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद से घोषित लॉकडाउन -2 में छूट मिलने के बाद बाजार कुछ देर तक खुले।
जागरण संवाददाता, राची: कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद से घोषित लॉकडाउन -2 के कारण बंद पड़ी व्यापारिक गतिविधियों में शनिवार को हलचल देखने को मिली। केंद्र सरकार के आदेश की खबर पढ़ते ही बूटी मोड़, धुर्वा व कडरू सहित मुख्य सड़क के बाहर कई इलाकों में व्यापारियों ने अपनी दुकानें खोल दीं। हालाकि बाद में उन्हें जब यह जानकारी मिली कि यहा उपायुक्त राय महिमापत रे के आदेश के बाद ही दुकानों का परिचालन शुरू होगा। उन्होंने प्रतिष्ठान बंद कर दिए। इस दौरान झारखंड चैंबर के पदाधिकारियों को भी लगातार व्यापारियों के फोन आते रहे। इधर, राची जिला प्रशासन ने साफ कर दिया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्य सरकार की अधिसूचना के आलोक में ही जिले की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल पूर्व की स्थिति कायम रहेगी। व्यापारी समाज को देर रात तक राज्य सरकार के निर्देश का इंतजार रहा। इस संबंध में लगातार वह अधिकारियों से संपर्क में भी रहे। हालाकि जिला प्रशासन अपने स्तर से साफ कर दिया कि इस संबंध में कोई नया निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। आदेश प्राप्त होने के बाद ही जिला प्रशासन अपने निर्णय से जनता को अवगत कराएगा। इसके अलावा शनिवार को अपर बाजार स्थित राशन की दुकानों में खासी भीड़ देखने को मिली। इस दौरान लोग लॉकडाउन व शारीरिक दूरी नियमों का उल्लंघन कर सामानों की खरीदारी करते दिखे। चैंबर ने कहा, ना करें जल्दबाजी
इधर, चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने भी केंद्र सरकार के नए आदेश के बाद उपायुक्त राय महिमापत रे से बात की। उन्होंने बताया कि चैंबर ने जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेने की अपील की है। साथ ही कहा है कि वे एक-दो दिन समय लेकर जनहित में निर्णय लें। व्यापारी वर्ग उनके साथ है। चैंबर महासचिव धीरज तनेजा ने भी कहा कि इतने दिन दुकानें बंद रही हैं, कुछ और दिन बंद रहेंगे तो कोई बड़ी परेशानी नहीं होगी। सरकार व प्रशासन जनहित को ध्यान में रखकर निर्णय करे।
------------ एक महीने से दुकान बंद है। इस कारण काफी नुकसान हो रहा है। अब दुकानें खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। नहीं तो काफी नुकसान होगा और इसकी भरपाई में काफी समय लग जाएगा।
राजेंद्र सिंह, कपड़ा व्यवसायी राची में स्थिति काबू में नही है। यहा हर दिन मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में एक महीना और लॉकडाउन रहे तो अच्छा है। दुकानें खुलने के बाद शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो पाने की स्थिति में संक्रमण की रफ्तार और बढ़ सकती है।
निरंजन मोदी, इलेक्ट्रोनिक विक्रेता एक महीना दुकान बंद होने से काफी नुकसान हो रहा है। दुकान बंद होने के बावजूद पिछले महीने दो कर्मचारियों को वेतन का भुगतान किया। ऐसे में ज्यादा दिन दुकान बंद रहने से काफी परेशानी होगी।
अभिषेक, मोबाइल विक्रेता
सरकार के दिशा निर्देश का इंतजार कर रहे हैं। इस संबंध में अभी तक सरकार का कोई निर्देश नहीं आया है।
राय महिमापत रे, उपायुक्त, राची