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प्रभु श्री राम लियो अवतार..

रांची चैत शुक्ल नवमी तिथि गुरुवार को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्मोत्सव

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2020 08:16 PM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 06:18 AM (IST)
प्रभु श्री राम लियो अवतार..
प्रभु श्री राम लियो अवतार..

जागरण संवाददाता, रांची : चैत शुक्ल नवमी तिथि गुरुवार को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्मोत्सव हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। प्रभु श्रीराम के साथ पवनसुत हनुमान की विधि-विधान पूजा अर्चना की गई। पूजा के बाद मंदिरों व घरों में महावीरी झंडे लगाए गए। कोरोना महामारी के कारण एहतियातन लॉकडाउन में सन्नाटा पसरे मंदिरों में रामनवमी के दिन थोड़ी चहल-पहल देखने को मिली। प्रशासनिक सख्ती के बावजूद सुबह छह बजे से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया। हालांकि, नौ बजे के बाद प्रशासन ने अधिकतर मंदिरों का प्रवेश द्वार आम श्रद्धालुओं के लिए बंद करवा दिया गया।

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ज्यादातर श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों में रहकर ही भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया। कहीं, हनुमान चालीसा पाठ तो कहीं भगवान के स्वागत में घी के दीये जलाए गए। पहली बार ऐसा देखने को मिला जब रामनवमी के दिन न तो कहीं से जुलूस निकला गया और न ही मंदिरों में भीड़ रही। दोपहर होते-होते सड़कें सूनी हो गईं। अखाड़ेधारियों ने अपने-अपने अखाड़े व पास के मंदिरों में ही अस्त्र-शस्त्र व झंडे का पूजन किया। निवारणपुर तपोवन मंदिर, चर्च रोड काली मंदिर, बगलामुखी मंदिर, पहाड़ी मंदिर, हिनू बजरंगबली मंदिर पूर्णत: बंद रहे। किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं थी। सिर्फ मंदिर के पुजारी ही अंदर पूजा-पाठ कर रहे थे। भगवान राम के बालरूप को लगाया गया चॉकलेट का भोग

रामनवमी में आस्था का केंद्र रहने वाला निवारणपुर स्थित तपोवन मंदिर के मेन गेट में ताला लगा हुआ था। अंदर दिनभर अनुष्ठान-हवन, हनुमान चालीसा का पाठ चलता रहा।

प्रथम पूजा सुबह पांच बजे हुई। श्रृंगार-आरती के बाद देवी-देवताओं को फल, मिष्ठान का भोग लगाया गया। महावीरी झडा भी लगाया गया। दोपहर 12 बजे श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया गया। बाल राम को चॉकलेट का भोग अर्पित किया गया। घंटा, शंख की ध्वनि के बीच आरती उतारी गई। समस्त पूजन मंदिर के महंथ रामशरण दास के देखरेख में मंदिर के पुजारी रामविलास एवं ओम प्रकाश द्वारा संपन्न कराया गया।

संध्या 5 बजे अपर बाजार, महावीर चौक स्थित प्राचीन बजरंगबली मंदिर से चार महावीरी पताके पूजन के लिए लाए गए। मंदिर के रामशरण दास ने श्रद्धालुओं को रामनवमी की शुभकामनाएं दी। मौके पर मंदिर कमेटी के ज्योति बजाज, मुदित धरणीधरका, अमित बजाज व अयोध्या दास आदि उपस्थित थे।

पहाड़ी मंदिर में नियमित पूजा-अर्चना के बाद सुबह सात बजे झंडा पूजन किया गया। झंडा स्थापित करने के बाद मंगल आरती का गायन हुआ। यजमान की भूमिका मंदिर के कोषाध्यक्ष अभिषेक आनंद ने निभाई। पूजा-अर्चना मंदिर के मुख्य पुजारी मनोज मिश्र के देखरेख में पांच पुजारियों ने संपन्न कराया। पूरे दिन हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। संध्या में पहाड़ी बाबा, श्रीराम, हनुमान व अन्य देवी-देवताओं की आरती उतार कर प्रसाद बांटा गया।

पूजा सामग्री की दुकान को पुलिस ने कराया बंद

मोरहाबादी में सुबह से ही पूजन सामग्री की खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ थी। झंडे, फल-सब्जी आदि की दर्जनों दुकानें सजी हुई थी। सुबह नौ बजे जब भीड़ कुछ ज्यादा बढ़ने लगी तो पुलिस बल ने एक-एक कर सभी पूजन सामग्री व फल आदि की दुकानों को बंद कराया। मोरहाबादी मंदिर का प्रवेश द्वार भी बंद करा दिया गया।


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