Ramadan 2021: आज दिख सकता है रमजानुल मुबारक का चांद, एदार ए शरिया ने की ये अपील...
Ramadan 2021 एदार-ए -शरीया झारखंड के नजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने कहा है कि 12 अप्रैल सोमवार को शाअबानुल मोअज्जम की 29 तारीख है। इसमें रमजानुल मुबारक का चांद नजर आने की संभावना है। एदार ए शरिया के पदाधिकारियों ने चांद देखने के लिए 52 केंद्र बनाए हैं।
रांची, जासं। Ramadan 2021 एदार-ए -शरीया झारखंड के नजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने कहा है कि 12 अप्रैल सोमवार को शाअबानुल मोअज्जम की 29 तारीख है। इसमें रमजानुल मुबारक का चांद नजर आने की संभावना है। एदार ए शरिया के पदाधिकारियों ने चांद देखने के लिए 52 केंद्र बनाए हैं। इन केंद्रों पर आधुनिक दूरबीन से चांद देखने की कोशिश की जाएगी।
इमारत ए शरिया ने भी की चांद देखने की अपील
दारुल कजा इमारत ए शरिया के काजी शरीयत मुफ्ती मोहम्मद अनवर कासमी ने भी लोगों से रमजान उल मुबारक का चांद देखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चांद देखना सभी की धार्मिक जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि 12 अप्रैल सोमवार के दिन शाबान की 29 तारीख है और इस दिन चांद नजर आ सकता है। इसलिए सभी लोग चांद देखें और इसकी जानकारी फोन नंबर 6201 750 230 या 9431 8781 84 पर दें।
एदार ए शरिया के पदाधिकारियों ने आम लोगों से कहा है कि रमजानुल मुबारक का चांद देखने की भरपूर कोशिश की जाए। विशेषकर किसी ऊंची जगह से देखें। चांद देखने के लिए छतों पर जाएं। मस्जिदों के इमाम, उलेमा ए केराम और मस्जिद कमेटियों के जिम्मेदार भी सजग रहें। अगर कहीं चांद नजर आ जाए तो फौरन एदार ए शरिया झारखंड और इस्लामी मरकज को नीचे दिए गए मोबाइल नंबरों पर सूचित करें। साथ ही क्षेत्र के जो जिम्मेदार आलिमे दीन हैं उन्हें और जिले में काईम जिला व क्षेत्रीय रुयते हेलाल केंद्र (चांद देखने के केंद्र) के जिम्मेदारों को भी खबर करें। ताकि जरूरत पड़ने पर शरई शहादत हासिल की जा सके।
मौजूदा परिस्थिति के अनुसार एदार ए शरिया ने रांची छोड़ अन्य जगहों पर चांद होने की सूरत में शरई शहादत प्राप्त करने हेतु बड़े पैमाने पर तैयारी की है और राज्य भर के चप्पे-चप्पे पर हमारे जिम्मेदार उलेमा ए केराम और समाज के प्रबुद्ध लोग सजग हैं। नाजिमे आला ने कहा कि 12 अप्रैल यानी सोमवार मगरिब के समय चांद देखने के लिए एदार ए शरीया के काजीयाने शरीयत, उलेमा ए केराम और समाज के जिम्मेदार दरगाह हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार में मौजूद रहेंगे।
जहां चांद देखने के लिए नई तकनीक के दूरबीन हासिल किए गए हैं। कभी-कभी चांद के मामले में असमंजस की स्थिति पैदा हो जाती है। उससे निपटने के लिए भी एदार ए शरीया ने ठोस एवं कारगर कदम उठाया है। वहीं तमाम मुसलमानों से अपील की गई है कि वह चांद के मामले में काजीयाने शरीयत के फैसले का इंतजार करें और हर हाल में अफवाह से बचें।
एदार ए शरिया ने चांद के विभिन्न कमेटियों को भी कहा है कि वह बगैर शरई सुबूत के किसी भी हाल में ऐलान ना करवाएं बल्कि हर हाल में शरीयत का ख्याल रखें। एदार ए शरीया ने चांद देखने के लिए दरगाह रेसालदार को मुख्य केंद्र बनाया है। यहीं से राज्य भर में चांद के मामलों पर नजर रखी जाएगी एवं निर्धारित समय पर विधिवत घोषणा की जाएगी। राज्य भर में कुल 52 स्थानों पर हेलाल केंद्र बनाए गए हैं।