सीमा की ओर चली बहनों की राखियां
देश-भक्ति के गानों और नारों के साथ रथ का स्वागत हुआ और शहर के विभिन्न चौक से होते हुए रथ अपनी मंजिल की ओर चल पड़ा।
रांची : देश की सुरक्षा में लगे जवानों की कलाइयां रक्षा बंधन के दिन सूनी ना रहे, इसके लिए देश के विभिन्न कोने से बहनों की राखियां सरहद के लिए चल पड़ी हैं। हजारों स्कूल की लाखों छात्राओं के अलावा अलग-अलग संगठन के लोगों ने भी सीमा पर तैनात जवानों के लिए राखियां अपने हांथो से बनाकर भेजी हैं। सभी शहरों से राखी ले कर सीमा तक पहुंचाने के लिए रक्षा रथ कई शहरों से हो कर राजधानी पहुंचा। देश-भक्ति के गानों और नारों के साथ रथ का स्वागत हुआ और शहर के विभिन्न चौक से होते हुए रथ अपनी मंजिल की ओर चल पड़ा। रथ में राज्य की बहनों ने उन भाइयों के लिए राखियां भेजी जो दिन रात उनकी रक्षा में खड़े रहते हैं। द श भक्ति के नारों के बीच भ्रमण के लिए रवाना हुआ रथ - कानपुर, इलाहाबाद, पटना, मुजफ्फरपुर होते हुए रक्षा रथ राजधानी के दीपाटोली स्थित युद्ध स्मारक पर पहुंचा। स्मारक में रथ का पुरजोर स्वागत किया गया। जय¨हद के नारों के बीच पूरा वातावरण देशभक्ति हो गया।
बटालियन के कैडेट द्वारा विधिवत परेड किया गया और स्कूल के बच्चों ने देश भक्ति के गीत भी गाए। स्मारक में आठवीं महार रेजिमेंट के कमांडिंग अप्सर कर्नल आदित्य जोशी के साथ दैनिक जागरण के वरीय महाप्रबंधक मनोज गुप्ता और स्थानीय संपादक किशोर झा ने संयुक्त रूप से रथ को झंडा दिखा कर रवाना किया। इस दौरान बटालियन के जवानों के साथ मनन विद्या और एमएमके स्कूल की छात्राएं भी उपस्थित हुई। स्क ल की छात्राओं ने बांधी जवानों की कलाई पर राखियां - भारत रक्षा पर्व के तहत ना सिर्फ राखियां भेजी गई, बल्कि रेजिमेंट के जवानों को राखियां बांधी भी गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद विभिन्न स्कूलों की छात्राओं ने रेजिमेंट के सभी जवानों की कलाई पर राखी बांधी। आरती की थाली में जलते दिए और तिलक के साथ राखियां तो बांधी ही गई। सभी जवानों द्वारा छात्राओ को उपहार भी दिए गए। मौके पर जागरण संगिनी क्लब की अध्यक्ष अंजु गुप्ता ने भी कमांडिंग अप्सर कर्नल आदित्य जोशी को राखी बांधी।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में याद आया वीरों का बलिदान - रक्षा पर्व की सार्थकता इसमें भी है कि एक शाम वीरों के साथ मनाई जाए। इसी संदर्भ में 8वीं महार रेजिमेंट में शाम छह बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न स्कूल और संस्थानों के बच्चों ने गीत, नृत्य और नाटक के माध्यम से वीरों के बलिदानों को नमन किया और उनके सम्मान में गीत प्रस्तुत किए। ऑक्सफॉर्ड स्कूल की छात्राओं ने चंदा वे मेरे भैया से कहना गीत गाया तो सबकी आखें नम होने को आ गई। इसके बाद विकास पब्लिक स्कूल और एमएमके स्कूल के छात्रों ने नृत्य किया। संगिनी क्लब की सदस्य संध्या गुप्ता ने आयत गाने पर शास्त्रीय नृत्य किया। झारखंड फिल्म एंड थिएटर की ओर से कोर्ट मार्शल नाटक प्रस्तुत किया।
नाटक में एक सैनिक की मजबूरियों को दिखाते हुए इस बात की ओर इंगित किया गया कि किस प्रकार राजनैतिक दबावों के कारण सैनिकों के हाथ बांध दिए जाते हैं और वे चाह कर भी अपने अपमान का बदला नहीं ले सकते। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान दैनिक जागरण के वरीय महाप्रबंधक मनोज गुप्ता ने जवानों और लोगों को भारत रक्षा पर्व के जानकारी देते हुए कहा कि देश के 15 राज्य के 250 शहरों से करीब 30 लाख राखियां हर वर्ष सरहद तक जाती है। उन्होने जागरण के अभियान और सात सरोकार के बारे में भी लोगों को बताया। मौके पर जागरण की ओर से महार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर आदित्य जोशी को तुलसी का पौधा और मेमेंटो दे कर सम्मानित किया गया। रेजिमेंट की ओर से भी मेमेंटो दे कर वरीय महाप्रबंधक मनोज गुप्ता भी सम्मानित हुए। मौके पर विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य और शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया।