Indian Railways: रेलवे के पास है 68 कोच की कमी, एक ट्रेन पहुंचने पर दूसरी खुलती है
Indian Railways. रांची से पटना जाने वाली पाटलिपुत्रा ट्रेन अक्सर दो घंटे विलंब से चल रही है। ट्रेनों के विलंब से खुलने का मुख्य कारण रांची रेल मंडल में कोचों की कमी का होना है।
रांची, [शक्ति सिंह]। Indian Railways - रांची से पटना जाने वाली पाटलिपुत्रा ट्रेन अक्सर दो घंटे विलंब से चल रही है। रांची रेल मंडल में इन दिनों ट्रेनों के विलंब से खुलने का मुख्य कारण रांची रेल मंडल में कोचों की कमी का होना है। इस समय कुल 68 कोचों की कमी है। इस वजह ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हो रहा है। एक ट्रेन आती है तो दूसरे ट्रेन में उसका कोच जोड़कर उसे रवाना किया जा रहा है।
ऐसे में यात्रियों को स्टेशन पर घंटों ट्रेन के आने का इंतजार करना पड़ता है। ट्रेनों के परिचालन के लिए हर रोज 800 कोचों की पड़ती है आवश्यकता अमूमन रेलवे को रोजाना 800 कोचों की आवश्यकता ट्रेनों के परिचालन के लिए जरूरत पड़ती है। लेकिन, इस वक्त 732 कोच ही मंडल को उपलब्ध है। ऐसे में अभी भी 68 कोचों की कमी है। ऐसे में समय पर ट्रेनों का परिचालन करना बड़ी चुनौती है।
इस समस्या से निपटने के लिए पदाधिकारियों को एक ट्रेन से कोच काटकर दूसरे ट्रेन में जोड़ कर परिचालन कराना पड़ रहा है। यह सिलसिला पिछले कई दिनों से चल रहा है। दर्जनों कोच हो चुके हैं कंडम मंडल में निरंतर कोचों की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही रही है।
इसके बावजूद कोचों की संख्या में बढ़ोतरी पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जितने कोच मैंटेनेंस के लिए वर्कशॉप में भेजे जाते हैं उतने कोच नहीं मिल पाते हैं, कुछ कंडम की श्रेणी में चले जाते हैं वहीं, कई बार-बार स्पेशल ट्रेनों के परिचालन से सामान्य ट्रेनों के लिए कोच कम पड़ जाती है।
कोच की कमी जरूर है। लेकिन जहां तक ट्रेनों के परिचालन का मामला है, समय के मामले में रांची मंडल 95 फीसद खरा उतरता है। -नीरज कुमार, सीपीआरओ, रांची रेल मंडल।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप