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मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन के ख‍िलाफ रघुवर दास ने उगली आग, गंभीर आरोप लगाते हुए कह दी बड़ी बात

jharkhand Politics झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झामुमो नेतृत्‍व वाली हेमंत सोरेन सरकार पर किया जोरदार हमला क‍िया है। रघुवर दास ने आरोपों की झड़ी लगा दी है। मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन के लीडरश‍िप को कमजोर बताते हुए झारखंड की स्‍थ‍िति‍ को बेहद खराब बताया है।

By M EkhlaqueEdited By: Published: Mon, 10 Jan 2022 03:28 PM (IST)Updated: Mon, 10 Jan 2022 03:28 PM (IST)
मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन के ख‍िलाफ रघुवर दास ने उगली आग, गंभीर आरोप लगाते हुए कह दी बड़ी बात
jharkhand Politics : पूर्व मुख्‍यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सोरेन पर कई आरोप लगाया है।

रांची, राज्य ब्यूरो। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए, आरोपों की झड़ी लगाई है। सोमवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में रघुवर ने आद‍िवासी हितों को लेकर भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया। राज्य सरकार पर झारखंड की संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। रघुवर ने मौजूदा सरकार को कमजोर सरकार बताया और कहा कि कमजोर लीडरशिप हो, तो विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती।

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परिवार के संरक्षण में सिंडीकेट और बिचौलिए हावी

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड में एक परिवार की सरकार चल रही है और इस परिवार के संरक्षण में सिंडीकेट और बिचौलिए हावी हैं। इस राज्य में कभी ऐसी सरकार न बनीं थी, न भविष्य में बनेगी। उच्च न्यायालय की हालिया टिप्पणी यह बताने के लिए काफी हैं कि राज्य सरकार कैसा काम कर रही है। संताल से चाईबासा तक पत्थर, आयरन ओर, बालू के साथ ही जंगल की अंधाधुंध कटाई हो रही है। यह भी कहा कि 14 जनवरी के बाद वे इस संदर्भ में बड़ा खुलासा करेंगे।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लेकर सभी मंत्री अपरिपक्‍व

रघुवर दास ने कहा कि झारखंड सरकार में मुख्यमंत्री से लेकर सभी मंत्री अपरिपक्‍व हैं। उन्होंने नियोजन नीति और रोजगार के मसले पर सरकार को घेरते हुए कहा कि हमारी साकार ने नियोजन नीति बनाई थी। उस नियोजन नीति के तहत अगले दस वर्ष तक झारखंड के स्थानीय लोगों को थर्ड और फोर्थ ग्रेड में नौकरी देेने का प्रविधान किया गया था। इसके तहत हमारी सरकार में एक लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी गई। कहा, अगर मैं सिर्फ आरंभिक दो वर्ष की बात ही करूं तो भी हमारी सरकार में 31 हजार लोगों को सरकारी नौकरी व दस हजार लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा गया था। एक लाख सखी मंडल का गठन कर 15 लाख महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया। लेकिन इस सरकार में अब तक क्या हुआ। इन्होंने कहा था कि हम पांच लाख लोगों को सरकारी नौकरी देंगे। जब तक सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी तब तक हर ग्रेजुएट को पांच हजार और पोस्ट ग्रेजुएट को सात हजार देंगे। यह भी कहा था कि यदि यह वादा पूरा नहीं कर सकेंगे तो राजनीति से सन्यास ले लेंगे।

जनता जानना चाहती है क‍ि क‍ितनों को रोजगार द‍िया

आज झारखंड की जनता जानना चाहती है कि दो वर्ष में कितनों को नौकरी दी। इन्होंने नौकरी तो दी नहीं लेकिन 13 हजार लोगों की नौकरी छीन जरूर ली। कहा, यह सरकार पूरी तरह से कंफ्यूज सरकार है। मुख्यमंत्री ने हमारी सरकार की नियोजन नीति को बिना सोचे-समझे रद कर दिया और जो अपनी नियोजन नीति बनाई, उसमें हिंदी-अंग्रेजी के पेपर टू को हटा दिया गया। खुद सरकार के विधि विभाग ने इनकी नियोजन नीति को गलत बताया था, अब मामला कोर्ट में अपना पक्ष रखने के लिए 16 लाख रुपये के वकील लाए जा रहे हैं। इससे साफ जाहिर होता है यह सरकार अपरिपक्व है।

सरकार मुख्यमंत्री नहीं, कमीशनखोर चला रहे

रघुवर दास ने आरोप लगाया कि इस झारखंड सरकार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नहीं, बल्कि सिंडीकेट, कमीशनखोर और कट-मनी वाले चला रहे हैं। नीतियां भी वही लोग बना रहे हैं। उन्होंने विशेषतौर पर शराब नीति का जिक्र करते हुए कहा कि वह नीति शराब माफियाओं ने बनाई थी। कहा, यह सरकार बच्चों के साथ भी खिलवाड़ कर रही है। हमारी सरकार में बच्चों को साइकिल के लिए 3500 रुपये डीबीटी के माध्यम से दिए जाते थे। सीधे राशि बच्चों के एकाउंट में जाती थी लेकिन अब सरकार साइकिल कंपनियों से खरीदेगी। रेडी टू ईंट पर कहा कि हमारी सरकार में पांच सौ करोड़ रुपये इस योजना के लिए दिए जाते थे, ठेकेदारों को हटाकर यह काम सखी मंडल की महिलाओं को दिया गया था। लेकिन अब अंडमान निकोबार से प्रवासी मजदूरों को लाने वाले ठेकेदार को यह काम दिया जा रहा है। इससे साबित होता है इस सकार को सिंडीकेट चला रहे हैं।

वोट बैंक के लिए झारखंड की संस्कृति के साथ कर रहे खिलवाड़

रघुवर दास ने राज्य सरकार पर झारखंड की संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने का बड़ा आरोप लगाया। कहा, जब कोई सरकार बनती है तो वह पहली कैबिनेट में लोक कल्याणकारी निर्णय लेती है, लेकिन इस सरकार ने पत्थलगड़ी के नाम पर अलगाववादियों और देश विरोधियों पर मुकदमों को वापस ले लिया। वोट बैंक के लिए, भगवान बिरसा मुंडा और सिदो-कान्हू की संस्कृति के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। हमारी सरकार ने सरना और मसना स्थल बनवाए लेकिन इनकी सरकार में धर्मांतरण फल-फूल रहा है।

धर्मांतरण फल-फूल रहा, झारखंड की संस्कृति को किया जा रहा नष्ट

रघुवर दास ने कहा कि हमारी सरकार ने सरना व मसना स्थल बनावाए लेकिन इनकी सरकार में धर्मांतरण फल-फूल रहा है। राज्य सरकार बताए कि पिछले दो सालों में इस राज्य में कितने सरना और मसना स्थल बने हैं। राज्य में सीएनटी और एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर जमीन बांटी जा रही है ताकि यहां विदेशियों का अड्डा बने। कहा, भाजपा सभी धर्म का सम्मान करती है। लेकिन लोभ-लालच के नाम पर अगर कोई धर्मांतरित करेगा तो भाजपा उसका डटकर विरोध करेगी। भगवान बिरसा मुंडा की संस्कृति को नष्ट करने वालों का भाजपा विरोध करेगी। रघुवर दास ने आदिवासियों को चेताते हुए कहा कि यदि वे अभी नहीं चेते तो आने वाले समय में सरना धर्म मानने वालों की संख्या नगण्य हो जाएगी। उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासी बच्चियों से बांग्लोदशी शादी कर रहे हैं।

दोमुही राजनीति करती है कांग्रेस

रघुवर दास ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। कहा, कांग्रेस दोमुही राजनीति करती है। कैबिनेट में भोजपुरी-मगही का समर्थन करती है और बाहर विरोध। कहा, कांग्रेस ने मोमेंटम झारखंड के हाथी की खिल्ली उड़ाई थी, आज हाथी को सरकार के मोनोग्राम में है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में पूंजी निवेश हुआ था। लोगों को रोजगार मिला था लेकिन इस सरकार में एक बार फिर लोग पलायन को मजबूर हैं। राज्य सरकार लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही है। कोरोना में बंद टेक्सटाइल उद्योगों के शुरू होने पर उन्हीं लोगों को दोबार नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है, जो पहले से नौकरी कर रहीं थी।

रघुवर ने बताया कब-कब लिया जाता है पैसा

पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि इस सरकार में हर चरण में पैसे का खेल चल रहा है। पहले योजना स्वीकृति के समय पैसा लिया जाता है। फिर टेंडर फाइनल होेने का कमीशन, आवंटन का कमीशन और इसके बाद ट्रेजरी बिल पास कराने का कमीशन। मुख्यमंत्री पर सीधा निशाना साधते हुए रघुवर ने कहा कि वे कहते हैं कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में आठ-आठ माह से लंबित मामले निपटाए गए। मुख्यमंत्री बताएं कि आठ माह मामले लंबित क्यों रहे। इसके लिए कौन जिम्मेदार है। लेकिन यह जवाब नहीं दे पाएंगे। क्योंकि इन्हें तो कमीशन और वोट बैंक की राजनीति करनी है। समाज को बांटो और राज करो ही इनकी नीति है।


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