जब कोई बात बिगड़ जाए... अब इशारों में अपनी पीड़ा बयां कर रहे सरयू राय
Saryu Roy. सरयू राय ने अपने एक ट्वीट में लिखा है- सिर्फ हंगामा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए। भरोसा है कि सूरते हालात बदलेंगे, समय का तकाजा है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंकने वाले मंत्री सरयू राय अपने कदम वापस खींचने को तैयार नहीं हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) रामलाल से मुलाकात में भी उन्होंने पूरी मजबूती से अपनी बातें साझा की है। उन पत्रों को भी उन्होंने उनके समक्ष रखा है जो उन्होंने मुख्यमंत्री रघुवर दास को लिखे हैं। यह भी बताया है कि अनियमितताओं पर ध्यान दिलाने के बावजूद वे सुधार करने को तैयार नहीं हैं।
बताया जाता है कि भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री ने उन्हें चुनावों की दुहाई दी। कहा, इससे इमेज खराब होती है और कार्यकर्ताओं में भ्रम फैलता है। हालांकि सरयू राय इन मुद्दों पर ज्यादा बोलने से परहेज कर रहे हैं। इस बाबत पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में उन्होंने राष्ट्रीय महामंत्री के समक्ष अपनी बातें रख दी है। उन्होंने मेरी बातें सुनी हैं।
मंत्री सरयू राय अपनी बातें इशारों में भी रख रहे हैं। हालांकि यह उनका शगल भी रहा है। वे अक्सर अपनी पीड़ा सोशल मीडिया पर शायरी और कहावत के जरिए भी रखते हैं। उनका एक ताजा ट्वीट सत्ता के गलियारे में चर्चा के केंद्र में हैं। वे लिखते हैं- सिर्फ हंगामा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए। भरोसा है कि सूरते हालात बदलेंगे, समय का तकाजा है।
भाजपा दफ्तर में हुई बैठक
मंत्री सरयू राय ने भाजपा के प्रदेश कार्यालय में अपनी बातें साझा की। वे गुरुवार की रात मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकलने के बाद भाजपा कार्यालय पहुंचे। लगभग दो घंटे तक नेताओं की बीच बातचीत हुई। संभव है कि जल्द ही अन्य नेताओं से मिलकर भी सरयू राय अपना पक्ष रखेंगे।