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शांति का पैगाम लेकर पैदा हुए थे पैगंबर

पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिवस पर प्रखंडों में ईद मिलादुन्नबी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Oct 2021 10:33 PM (IST)Updated: Tue, 19 Oct 2021 10:33 PM (IST)
शांति का पैगाम लेकर पैदा हुए थे पैगंबर
शांति का पैगाम लेकर पैदा हुए थे पैगंबर

जाटी, रांची : पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिवस पर प्रखंडों में ईद मिलादुन्नबी हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।

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खलारी : खलारी जामा मस्जिद सहित सभी मस्जिदों में जलसा का आयोजन किया गया। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इस वर्ष भी सामूहिक जुलूस नहीं निकाला गया। लोग अपने-अपने मोहल्ले में ही जुलूस निकाले। मस्जिदों में जलसे की शुरूआत तिलावते पाक से हुई। जलसा में पैगंबर इस्लाम के उपदेश पर रौशनी डाली गई। वक्ताओं ने कहा कि मोहम्मद साहेब ने दुनिया को बहुत ही पाक पैगाम दिया। कुरान शरीफ, सुन्नत तथा हदीश पर आधारित एक ऐसे धर्म की शुरूआत की, जिसमें पहली बार सारे इंसान को बराबर का दर्जा प्राप्त हुआ। कहा कि मोहम्मद साहेब ने अपने कुशल व्यक्तित्व के कारण समाज को एकसूत्र में बाधा। उन्होंने समस्त मानव जाति को अच्छाई पर चलने के लिए प्रेरित किया। वक्ताओं ने कहा कि इस्लामी तारीख आज के ही दिन 571 ई में मक्का की सर जमीन पर पैगंबर इस्लाम गरीबो, यतीमों का मसीहा बनकर जुल्मो सितम, नफरत, भ्रष्टाचार, ऊंच-नीच का भेदभाव को खत्म करने के लिए शांति और चैन सुकून का पैगाम लेकर पैदा हुए। पैगंबर इस्लाम रहमतुल लिल आलमीन सारे आलम के लिए रहमत, सबके लिए रहमत, अपनों एवं गैरों के लिए मसीहा बनकर आए। कहा कि आज हमसब मिलकर हर बुरे काम से तौबा करें और अपने नबी के बताए हुए रास्ते पर चलकर अपने कौम व मिल्लत और अपने मुल्क की तरक्की के लिए दुआ करें। अंत में सलातो सलाम पढ़ी गई फिर फातेहाखानी किया गया। कार्यक्रम में सदर गुलाम रसूल, सेक्रेटरी मोहम्मद फैयाजउद्दीन सिद्दीकी, मोहम्मद साबिर अंसारी, मोहम्मद जॉनी रजा, मोहम्मद सद्दाम, मोहम्मद अशरफ अली, मोहम्मद आदिल जफर, मोहम्मद जावेद अंसारी, मोहम्मद कुर्बान अंसारी, मोहम्मद जावेद, मोहम्मद अरमान खान, मोहम्मद चाद अंसारी, मोहम्मद परवेज आलम, अब्बास अंसारी, सफीक अंसारी, आफताब आलम, ताहिर हुसैन, अकबर खान, नौशाद रजा, हुसैन रिजवी, वसीम अंसारी, सद्दाम अंसारी, राजूशाह हुसैन, नासिर अंसारी, आलम अंसारी, मोनू खान, नियाज रिजवी,सहित मुस्तफानगर हुटाप, जी टाइप, मस्जिद मोहल्ला, जामा मस्जिद, महुआ धौड़ा, जेहलीटाड़, बाजारटाड़, रहमतनगर, मुंडा धौड़ा, छापर टोली तथा मायापुर के लोग शामिल थे।

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लापुंग : लापुंग प्रखंड के ककरिया व फतेहपुर में ईद मिलादुन्नबी हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। फतेहपुर में जुलुस निकाला गया। मौके पर ककरिया में समीउल्लाह हक, इमरान खान, जलील शाह व फतेहपुर में नसीम आलम, शाहिद मिया, मोहम्मद मुस्तफा समेत दर्जनों लोगों ने एक-दूसरे को बधाई दी।

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पिपरवार-बचरा : मुस्लिम धर्मावलंबियों का त्यौहार ईद मिलादुन्नबी पिपरवार कोयलाचल सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में हर्षोल्लास व उमंग के बीच हुआ संपन्न। इस अवसर पर मिलाद शरीफ का आयोजन किया गया। इसमें देश-प्रदेश और क्षेत्र के लोगों की खुशहाली, तरक्की, अमन शाति की दुआ मागी गई।

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मुरी : सिल्ली-मुरी व आसपास के क्षेत्रों में त्योहार मनाया गया। मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर मनाए जाने वाले इस पर्व पर जुलूस निकाला गया एवं एक-दूसरे को बधाई दी गई।

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संसू, इटकी : अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन गुलामटोली इटकी के तत्वावधान में पैगंबर मुहम्मद सअस के यौमे पैदाइश के मौके पर सिरतुन नबी जलसा का आयोजन किया गया। जलसे में मकतब के बच्चों द्वारा तिलावते कुरआन, नात, नज्म और तकरीर प्रस्तुत की गई। उलेमाओं ने अपने तकरीर में पैंगबर मुहम्मद के किरदार पर बयान देते हुए कहा कि नबी साहब ने 1400 वर्ष पूर्व दहेज प्रथा खत्म करने और मेहर को लागू कर महिलाओं को अधिकार दिलाए।


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