जैप 10 की महिला आरक्षियों के प्रोन्नति मामले में हाइकोर्ट ने आइजीस्तर के अधिकारी को शपथ पत्र दाखिल करने को हा
2004 में बहाल हुई जैप 10 की महिला आरक्षियों को प्रोन्नति से वंचित रखने के मामले में सुनवाई हुई।
जासं, रांची: 2004 में बहाल हुई जैप 10 की महिला आरक्षियों को प्रोन्नति से वंचित रखने के मामले में गुरुवार को हाइकोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत ने मामले में डीएसपी स्तर के अधिकारी के शपथ पत्र दायर करने पर नाराजगी जतायी और कहा कि आइजी स्तर पर शपथ पत्र दाखिल करे। अदालत ने यह भी बताने को कहा कि जैप 10 की महिला आरक्षी क्लोज कैडर की हैं या नहीं। प्रोन्नति क्यों नहीं दी गई यह लिखित में दें। अदालत ने दोबारा शपथ पत्र दाखिल करने के लिए चार सप्ताह का समय दिया है।
बता दें कि जैप- 10 की महिला आरक्षियों की ओर से केस की पैरवी करते हुए अधिवक्ता सुभाशीष रसिक सोरेन ने अदालत को बताया कि महिला पुलिसकर्मियों की 2004 में नियुक्ति जैप-10 महिला बटालियन हुई में थी लेकिन अभी तक उन्हें प्रोन्नति नहीं दी गई। जिस समय नियुक्ति हुई उस समय पुरुष और महिला दोनों की वरीयता सूची एक साथ तैयार की गई थी। एडीजी के आदेश पर 2017 में पुरुष व महिला पुलिसकर्मियों की वरीयता सूची को अलग-अलग कर दिया गया। महिला कांस्टेबल को क्लोज कैडर में रख दिया गया। नियुक्ति नियमावली के नियमों का उल्लंघन है। आरक्षियों को शीर्ष स्तर से यह नहीं बताया गया कि किस नियमावली के तहत महिला आरक्षियों को क्लोज कैडर में रखा गया है।
पिठोरिया क्षेत्र के कोनकी गाव से सहबान अंसारी लापता
पिठोरिया क्षेत्र के कोनकी गाव से सहबान अंसारी उम्र 7 वर्ष पिता साहजहा अंसारी जो 12 जनवरी से लापता है। परिवार के लोगों के द्वारा अपने परिजनों और आसपास के गावों में काफी खोजबीन की गई लेकिन कुछ भी पता नहीं चला। घटना जिस वक्त घटी उस समय परिवार वाले घर में बोरिंग करवाने में लगे हुए थे। पिठोरिया थाना प्रभारी मिसिल सोरेन अपनी टीम के साथ गुरूवार को पीड़ित के घर जाकर परिवार वालों से आवष्यक जानकारी लेकर आगे की कारवाई में लगे हुए हैं। इस संबंध में पिठोरिया थाना में मामला दर्ज कराया गया है। पिठोरिया पुलिस मामले के अनुसंधान में लगी हुई है।