झारखंड में पहली बार एक साथ 17 अधिकारियों पर कार्रवाई, रंग में नजर आ रही हेमंत सरकार
मिड डे मील में लापरवाही बरतने पर 17 बीईईओ पर कार्रवाई की गई है। किसी को निंदन चेतावनी तो किसी के वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी गई है। सोशल ऑडिट में कई स्कूलों में बंद मिली थी योजना।
रांची, राज्य ब्यूरो। मिड डे मील योजना में लापरवाही बरतने वाले 17 प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों (बीईईओ) पर कार्रवाई हुई है। इसके तहत छह पदाधिकारियों को निंदन तथा तीन को चेतावनी की सजा दी गई है। वहीं, एक बीईईओ के तीन वेतन वृद्धि पर रोक लगाई गई है। इसी तरह, दो पदाधिकारियों को दो वेतन वृद्धि तथा चार पदाधिकारियों को एक वेतन वृद्धि पर रोक लगाई गई है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक आदित्य कुमार आनंद ने यह कार्रवाई सोशल ऑडिट की रिपोर्ट के आधार पर की है। बताते चलें कि सोशल ऑडिट के दौरान विभिन्न जिलों में कई स्कूलों में मिड डे मील योजना बंद मिले थे। इसमें कई स्कूलों में मिड डे मील का हिसाब नहीं होने का भी मामला सामने आया है। ऐसे सभी मामलों में संबंधित स्कूलों के शिक्षकों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जा रही है।
तीन वेतन वृद्धि पर रोक
सचिदानंद ठाकुर, तांतनगर, चाईबासा।
दो वेतन वृद्धि पर रोक
- - चंद्रशेखर भारती, केरेडारी, हजारीबाग।
- - अशोक कुमार, देवघर।
एक वेतन वृद्धि पर रोक
- - नंद किशोर तिवारी, मझिआंव, गढ़वा।
- - मारसिला सोरेन, पूर्वी गोड्डा।
- - एस्थेर मुर्मू, कुंडहित, जामताड़ा।
- - प्रफुल्ल चंद्र सिंह मोहनपुर, देवघर।
इन बीईईओ को मिली निंदन की सजा
- - नागेंद्र यादव, डुमरी-वन, गुमला।
- - अरविंद प्रसाद, इटखोरी, चतरा।
- -विनोद कुमार तिवारी, कर्रो, देवघर।
- - नवल किशोर सिंह, सिमडेगा।
- - स्वपन कुमार मंडल, गोइलकेरा, पश्चिमी सिंहभूम।
- - अरुण कुमार पांडेय, नामकुम।
इन्हें दी गई चेतावनी
- - हरेंद्र प्रसाद शर्मा, विशुनपुर, गुमला।
- - रामाश्रय प्रसाद, डुमरी-तीन, गिरिडीह।
- - सुरेंद्र प्रसाद, नीमडीह, सरायकेला-खरसावां।