आठ साल पहले बिछा सप्लाई पाइप, पर नहीं मिला पानी
रांची : सिंह मोड़ स्थित कल्याणपुर मोहल्ला में समस्याओं का अंबार है। नाली, सड़क, बिजली और
रांची : सिंह मोड़ स्थित कल्याणपुर मोहल्ला में समस्याओं का अंबार है। नाली, सड़क, बिजली और पानी की समस्याओं से स्थानीय लोग वर्षो से जूझ रहे हैं। निकाय चुनाव के बाद वार्ड में चुनकर आनेवाले वार्ड पार्षद ने भी इस दिशा में पहल कोई पहल नहीं की है। ज्ञात हो कि कल्याणपुर मोहल्ला वार्ड संख्या 50 के अंतर्गत आता है। निगम स्थापना के लंबे समय के बाद भी अभी तक इस मोहल्ले के लोग निगम की सप्लाई पानी से वंचित हैं। नाली और सड़क का हाल बदहाल है। साफ-सफाई व्यवस्था भी निगम की इच्छा शक्ति को बयां कर रही है। पेयजल का संकट बरकरार
मोहल्ले में अभी तक सप्लाई पानी नहीं पहुंच पाया है। स्थानीय लोगों की मानें तो मोहल्ले में लगभग आठ साल पहले सप्लाई पाइप बिछाया गया था। लेकिन लोगों को अभी तक सप्लाई का एक घूंट पानी नसीब नहीं हुआ। इलाके की पेयजल समस्या को दूर करने को लेकर पीएचडी विभाग की ओर से सिंह मोड़ चौक के पास जल मीनार बनाया गया। लेकिन अभी तक जल मीनार से पानी आपूर्ति शुरू नहीं की गई। ज्ञात हो कि लोगों को कभी भी निगम का सप्लाई पानी नहीं मिला, लेकिन निगम की ओर से पानी का बिल जरूर भेज दिया जाता है। इसके अलावा मोहल्ले में निगम की ओर से न तो डीप बो¨रग की व्यवस्था की गई और न ही चापाकल ही लगाया गया। आलम यह है कि मोहल्ले में गर्मी के कारण मोहल्ले के कई कुएं सूख चुके हैं। कई लोगों की निजी बो¨रग भी सूख चुकी है। इस स्थिति में लोगों को बाजार से पानी खरीदना पड़ रहा है या फिर एक-दूसरे से पानी मैनेज कर काम चलाना पड़ रहा है। नाली और सड़क बदहाल
मोहल्ले में न तो नाली की साफ-सफाई की जाती है और न ही नियमित तौर पर डोर-टू-डोर कचरा का उठाव होता है। सफाई के अभाव में नालियां जाम हो चुकी हैं। बरसात के दिनों में मोहल्ला वासियों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। थोड़ी सी बारिश होने पर राइज एकेडमी के सामने से गुजरने वाली सड़क पर जल जमाव हो जाता है। यह स्थिति पूरे साल बनी रहती है। जिस कारण से लोगों को आवागमन करने में परेशानी होती है। सिंह मोड़ चौक स्थित तालाब बना चारागाह-
एक तरफ जहां निगम द्वारा शहर की तालाबों के सौंदर्यीकरण का कार्य वर्षो से चल रहा है। वहीं सिंहमोड़ स्थित तालाब देखरेख की अभाव में चारागाह में तब्दील हो चुका है। देखरेख के अभाव में तालाब सुख चुका है। तालाब के अधिकतर हिस्से में झाड़ी उग चुकी है। स्थानीय लोगों की मानें तो इन तालाब का जीर्णोद्धार होना आवश्यक है। बुजुर्गो की मानें तो तालाब का सौदर्यीकरण होने से कई लोग लाभान्वित होंगे। साथ ही बुजुर्गो को भी सुबह-शाम टहलने के लिए बेहतर होगा।
इधर आम लोगों की समस्या को लेकर संबंधित वार्ड 50 के पार्षद पुष्पा तिर्की से पक्ष जानने की कोशिश की गई। लेकिन कई बार फोन करने के बाद भी पार्षद ने फोन नहीं उठाया। मोहल्ले में सात साल पहले सप्लाई पाइप बिछाया गया था। लेकिन लोगों को कभी सप्लाई पानी नसीब नहीं हुआ। मोहल्ले में रहने वाले लोगों को पानी की किल्लत से पूरे साल जूझना पड़ता है।
- इंद्रजीत सिंह। मोहल्ले में साफ-सफाई की व्यवस्था लचर है। नाली जाम होने से बारिश के दिनों में सड़क पर जल जमाव हो जाता है। लोगों को आवागमन करने में बहुत परेशानी होती है। निगम को इस ओर ध्यान देने की जरुरत है।
- प्रो. एसएन द्विवेदी। मोहल्ले में सप्लाई पानी कभी भी नहीं आया। लेकिन निगम की ओर से सप्लाई पानी का बिल भेज दिया जाता है। कई बार निगम में इसकी शिकायत कर चुका हूं। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
- रणविजय सिंह। मोहल्ले में पानी की समस्या गंभीर है। न तो सप्लाई पानी की व्यवस्था है और न ही निगम की ओर से चापाकल लगाया गया है। गर्मी के कारण कई निजी कुएं और चापाकल सूख चुके हैं। लोगों को पानी खरीदना पड़ रहा है।
- राजीव सिंह।
मोहल्ले में नाली की सफाई नियमित नहीं हो रहा है। डोर टू डेार कचरा उठाने वाले भी कभी कभार ही आते हैं। सफाई के अभाव में नाली बजबजाने लगी है। निगम कर्मी कभी भी फांगिंग करने नहीं आते।
- सौरभ। सिह मोड़ स्थित तालाब का सौंदर्यीकरण जरूरी है। लेकिन इस तालाब को अभी तक निगम की ओर से उपेक्षित रखा गया है। देखरेख के अभाव में तालाब अस्तित्वहीन हो गया है। निगम को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
- सत्येंद्र सिंह। मोहल्ले की नालियों को मुख्य नाली से नहीं कनेक्ट किया गया है। जिस कारण नालियां उफन कर सड़क पर बहने लगती हैं। खासकर बरसात के दिनों में लोगों को राइज एकेडमी के सामने वाली सड़क से गुजरना मुश्किल हो जाता है।
- विजय कुमार शर्मा।