फिल्मी स्टाइल में चकमा देकर रिम्स से भागा कैदी
पिछले दिनों जेल में पैर टूट जाने की वजह से उसे रिम्स के सर्जरी वार्ड में भर्ती कराया गया था। कैदी के भागने की चर्चा तीन घंटे बाद तक नहीं हुई थी
रांची, जेएनएन। रांची के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स से फिर एक कैदी सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया। घटना बुधवार की सुबह करीब सात बजे की बताई जा रही है। फरार कैदी बेड़ो के जरीया कटरमाली निवासी बुधराम उरांव है। उसके खिलाफ बेड़ो थाने में हत्या के दो मामले और आर्म्स एक्ट का एक मामला दर्ज है। धुर्वा पुलिस ने गिरफ्तार कर उसे जेल भेजा था। बाद में बेड़ो पुलिस ने रिमांड पर लेकर दोबारा जेल भेजा था। बेड़ो पुलिस के मुताबिक वह कुख्यात अपराधी था।
पिछले दिनों जेल में पैर टूट जाने की वजह से उसे रिम्स के सर्जरी वार्ड में भर्ती कराया गया था। कैदी के भागने की चर्चा तीन घंटे बाद तक नहीं हुई थी। उसकी सुरक्षा में लगे हवलदार कार्तिक खड़िया और चामू प्रधान से जब डॉक्टरों ने जानकारी ली कि दवाई देनी है। तब उन्होंने उसकी तलाशी शुरू की। तलाशी के दौरान पता चला कि कैदी बुधराम उरांव फरार हो गया है। इसके बाद कैदी की सुरक्षा में लगे जरीया कटरमाली बरियातू थाना पहुंचे और कैदी के भागने संबंधित मामला दर्ज कराया। बरियातू पुलिस ने संबंधित मामले की सूचना एसएसपी को दी। इसके बाद एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने हवलदार कार्तिक खड़िया और चामू प्रधान को सस्पेंड कर दिया है।
फिल्मी स्टाइल में फरार हुआ कैदी
पुलिस के मुताबिक कैदी बुधराम उरांव फिल्मी स्टाइल में फरार हुआ है। भागने के लिए योजना बनाई, इसके बाद पूरी तैयारी के साथ भागा है। वह एक दिन पहले अपनी पत्नी को बुलवाया था। रात में पत्नी रिम्स में ही थी। सुबह में जांच के नाम पर पत्नी से ट्रॉली मैन को बुलवाया। इसके बाद इमरजेंसी गेट तक पहुंचने के बाद गायब हो गया।
पुलिस पहुंची घर, लटका था ताला : कैदी के भागने के बाद बरियातू पुलिस और जेल प्रशासन की ओर से बेड़ो पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद बेड़ो पुलिस जरीया कटरमाली स्थित उसके घर पहुंची। लेकिन घर में ताला लटका मिला। बेड़ो पुलिस और बरियातू पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
कैदी भागने के मामले : केस 1 : 24 जनवरी 2018 को रिम्स में इलाजरत कैदी पिंटू बाथरूम की खिड़की तोड़कर फरार हो गया था। वह डाल्टनगंज का रहनेवाला है। उसे चोरी के मामले में डालटनगंज पुलिस ने जेल भेजा था।
केस 2 : 2 जनवरी 2017 को दुमका जेल का सजायाफ्ता कैदी राजेश यादव मेडिसीन आईसीयू वार्ड से भाग निकला था। वह बिहार के जमुई जिले के कल्याणपुर सिमरतला का रहने वाला था। हत्या मामले में वह आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। उसे जॉंडिस के इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया था।
केस 3 : 23 मई 2014 को चतरा मंडल कारा का कैदी रामस्वरूप भारती फरार हो गया। वह रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग में भर्ती था। उसके सिर में ट्यूमर था, 28 अप्रैल 2014 को उसका ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन के बाद वह भाग निकला था।
केस 4 : 2 जून 2016 को इटावा के मैनपुरी जिला जेल से इलाज के लिए रिम्स भेजा गया कैदी यादवेंद्र फरार हो गया था।
केस 5 : 15 मार्च 2009 को रिम्स के कैदी वार्ड में इलाजरत चार खूंखार अपराधी एक साथ फरार हो गये थे। फरार होने वालों में एक नक्सली तेज नारायण गोप, हत्याकाड का सजायाफ्ता कैदी च्योति लागुड़ी, हत्या का आरोपी रवींद्र सिंह और रामविलास सिंह उर्फ लैला था। इनमें च्योति और रवींद्र को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा राची से और रामविलास को गोड्डा उप कारा से और तेज नारायण गोप को सिमडेगा जेल से इलाज के लिए रिम्स भेजा गया था। सभी कैदी बाथरूम का ग्रिल तोड़कर भाग निकले थे।