Presidential Election: द्रौपदी मुर्मू ने समर्थन के लिए किया फोन... अमित शाह से मुलाकात करेंगे हेमंत सोरेन... अंतिम क्षण में पत्ता खोलेगा झामुमो
Draupadi Murmu News राष्ट्रपति चुनाव में झामुमो किसको समर्थन देगा अभी इस पर फैसला नहीं हुआ है। शनिवार को झामुमो की बैठक में इस पर कोई फैसला नहीं हो सकता। उधर सूचना है कि द्रौपदी मुर्मू ने हेमंत सोरेन को फोन कर समर्थन मांगा है।
रांची, जागरण टीम। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी NDA की ओर से राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने झामुमो नेता और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को फोन कर अपने पक्ष में मतदान के लिए समर्थन मांगा है। द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस संबंध में फोन किया था। एक समाचार एजेंसी ने इस संबंध में टवीट कर जानकारी साझा की है। उधर, झामुमो में अनिर्णय की स्थिति है। पार्टी नेताओं की शनिवार को राजधानी रांची में एक बैठक हुई, लेकिन इस बैठक में कोई निर्णय नहीं हो सका है।
द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का नेताओं पर दबाव
बताया गया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में की बैठक में राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन के सवाल पर गहन चर्चा हुई, लेकिन पार्टी के नेता आज किसी मुकाम पर नहीं पहुंच सके। इसलिए इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया। बैठक समाप्त हो चुकी है। बताया जा रहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब दिल्ली जाएंगे। वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलकात करेंगे। अंदरखाने की सूचना है कि द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने के लिए पार्टी नेतृत्व पर झामुमो के वरिष्ठ नेताओं का दबाव है।
समर्थन किसे देना है, शिबू सोरेन लेंगे अब निर्णय
झारखंड मुक्ति मोर्चा की बैठक के बाद केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में अभी समय है। किसे समर्थन देना है। इस पर जल्द ही कोई निर्णय ले लिया जाएगा। वहीं, झारखंड सरकार के वरिष्ठ मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन को इसके लिए अधिकृत किया गया है। वही फैसला लेंगे कि राष्ट्रपति चुनाव में किसे समर्थन देना है। उनके फैसले का सभी सांसद और विधायक सम्मान करेंगे। उधर, हेमंत सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि अभी एक-दो राउंड की और बैठक होगी, उसके बाद पार्टी फैसला लेगी कि द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करना है या यशवंत सिन्हा का।
हमारी कुछ मांग है, पहले गृह मंत्री से मिलेंगे सीएम
उधर, झामुमो विधायक नलिन सोरेन ने कहा कि हमारे कुछ ग्रीवांसेज हैं। दिल्ली में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। उसके बाद ही पार्टी राष्ट्रपति चुनाव में किसी को समर्थन देने पर फैसला लेगी। हालांकि उन्होंने यह खुलासा नहीं किया कि उनकी क्या मांग है।
उधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बैठक में सभी विषयों पर चर्चा हुई है। देश की मौजूदा राजनीतिक हालात पर भी आज की बैठक में चर्चा हुई। राष्ट्रपति चुनाव पर भी चर्चा हुई। चुनाव की तारीख नजदीक आएगी तो पार्टी अपना फैसला लेगी।
इसलिए झामुमो को फैसला लेने में आ रही परेशानी
मालूम हो कि द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा का झारखंड से गहरा संबंध रहा है। द्रौपदी मुर्मू जहां झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं, वहीं यशवंत सिन्हा हजारीबाग से सांसद रह चुके हैं। द्रौपदी मुर्मू को भाजपा ने यहां राज्यपाल बनाया था। वह पहली आदिवासी महिला थीं, जिन्हें यहां का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल शानदार रहा। उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य यहां किए हैं। वह झारखंड से सटे ओडिशा की रहने वाली हैं। संताल आदिवासी समुदाय से आती हैं। महिला आदिवासी होने के नाते ही ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक उन्हें समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं। उधर, यूपी में बसपा प्रमुख मायावती ने भी उन्हें समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में आदिवासियों की राजनीति करने वाले झामुमो के समक्ष उन्हें समर्थन देने की चुनौती है। द्रौपदी मुर्मू भले ही भाजपा की कार्यकर्ता हैं, लेकिन आदिवासी समुदाय से आती है, ऐसे में झामुमो पर दबाव है कि वह उन्हें समर्थन दे। अगर झामुमो ने उनके बदले यशवंत सिन्हा को वोट दिया तो आदिवासियों के बीच गलत संदेश जा सकता है। यही वजह है कि पार्टी लगातार मंथन में जुटी है।
पढ़िए, पीटीआइ का टवीट
NDA Prez poll nominee Droupadi Murmu calls JMM leader and Jharkhand CM Hemant Soren seeking support for her candidature— Press Trust of India (@PTI_News) June 25, 2022