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ये सजा है या मजा ! Lalu के दरबार में सत्ता का समर्पण, सुरक्षा में लगे सिपाही बने संदेशवाहक, जारी है बायोडाटा भेजने का खेल

बिहार में चुनाव की सरगर्मी बढ़ने के बाद हर दिन का लालू से मिलने के लिए बंगले के आसपास मेला लग रहा है। गुरुवार की देर शाम बंगले के आसपास जबरदस्त भीड़ दिखी।

By Vikram GiriEdited By: Published: Thu, 03 Sep 2020 07:43 PM (IST)Updated: Fri, 04 Sep 2020 09:03 AM (IST)
ये सजा है या मजा ! Lalu के दरबार में सत्ता का समर्पण, सुरक्षा में लगे सिपाही बने संदेशवाहक, जारी है बायोडाटा भेजने का खेल
ये सजा है या मजा ! Lalu के दरबार में सत्ता का समर्पण, सुरक्षा में लगे सिपाही बने संदेशवाहक, जारी है बायोडाटा भेजने का खेल

रांची (जागरण संवाददाता) । राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दरबार में सत्ता ने समर्पण कर दिया है। चारा घोटाले के आरोप में सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के खराब स्वास्थ्य हवाला देकर रिम्स के निदेशक बंगले में रखा गया है। बिहार में चुनाव की सरगर्मी बढ़ने के बाद हर दिन का लालू से मिलने के लिए बंगले के आसपास मेला लग रहा है। बंगले के आसपास जबरदस्त भीड़ दिखी।

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विधानसभा चुनाव के टिकट के लिए बिहार से पहुंचने वाले नेताओं की फौज लालू के नए ठिकाने के ईद-गिर्द पूरे दिन गणेश परिक्रमा करती रही। केली हाउस के बाहर की तस्वीर मीडिया में आने के बाद प्रशासनिक सख्ती के नाम पर नई सुविधा प्रदान कर दी गई है। लालू की सुरक्षा में तैनात पुलिस के जवान ही संदेशवाहक की भूमिका निभातेे दिखे। उम्मीदवारों का बायोडाटा तथा प्रार्थना पत्र बाहर से अंदर पहुंचाते दिख रहे हैं। अंदर से मिलने वाले संदेश को बाहर आकर बता रहे हैं। इसके बदले में मुंंह मीठा करने का इंतजाम संभावित प्रत्याशी कर रहे हैं।

अधिकारियों ने पूरी की औपचारिकता

नियमों की अवहेलना की तस्वीरें और रिपोर्ट सामने आने के बाद हर दिन जांच की औपचारिकता पूरी की जाती है। गुरुवार को भी कुछ अधिकारियों ने बंगले व आसपास के इलाके का मौका मुआयना की। हालात यथावत बने रहे। दरअसल जांच की खानापूर्ति के बाद दो-तीन दिनों के सब कुछ फिर पहले जैसा हो जाता है।  एक बार फिर वही कहानी दोहराई जा रही है। जांच के नाम पर यह औपचारिकता राजनीतिक दबाव कम करने में मददगार साबित होती रही है।

बिहार से आने वाले नेता हो गए हैं सतर्क

मीडिया में खबर छपने के बाद बिहार से आने वाले नेता बेहद सतर्क हो गए हैं। क्वारेंटाइन की कार्रवाई से बचने के लिए नेताओं ने नया हथकंडा अपना लिया है। इसके लिए बिहार की जगह झारखंड के नंबर वाले वाहन का इंतजाम कर ले रहे हैं। एक दिन पूर्व ही बाराचट्टी की विधायक बैर अनुमति बंगले पर पहुंच गई थीं। प्रशासन ने विधायक सहित 14 समर्थकों को क्वारंटाइन कर दिया। यह खबर फैलते के बाद नेता अलर्ट मोड में आ गए हैं। मीडिया से नजर बचाकर संदेश पहुंचाने की कोशिश जारी रही। पहले अपने आने-जाने का पूरा विवरण साझा करने वाले नेता बढ़ी सरगर्मी के बाद खुद को कैमरे से बचा रहे हैं।

सुरक्षाकर्मियों ने कहा, साहब का आदेश, जिसका फोटो छपा, उसकी दावेदारी रद

सुरक्षाकर्मियों ने गुरुवार को कुछ नेताओं को कड़ा संदेश भी दिया। कहा कि अंदर से साहब ने संदेश भेजवाया है। जिसकी तस्वीर बंगले के पास चक्कर लगाते हुए अखबार में छप गई। वह अपना टिकट रद समझें। बिहार से आने वाले नेताओं को मीडिया में इंटरव्यू देने से भी बचने की सलाह दी जा रही है।


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