फिल्म इलाका किशोरगंज पांच मई को पर्दे पर
जागरण संवाददाता, रांची : मां देवरी मोशन पिक्चर तेज वर्ल्ड एंटरटेनमेंट, लवली वर्ल्ड एंटरटेनमेंट, दक
जागरण संवाददाता, रांची : मां देवरी मोशन पिक्चर तेज वर्ल्ड एंटरटेनमेंट, लवली वर्ल्ड एंटरटेनमेंट, दक्ष एंटरटेनमेंट आदि के तत्वावधान में बनी ¨हदी फिल्म इलाका किशोरगंज का प्रदर्शन पांच जुलाई को होगा। सोमवार को प्रेस क्लब में इस फिल्म का पोस्टर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह और फिल्म से जुड़े निर्माता-निर्देशक प्रोडयूसर ने जारी किया। मंत्री सीपी सिंह ने फिल्मी कलाकारों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कहा, यह फिल्म सफल होगी, तो यहां के कलाकार भी सफल होंगे और उन्हें काम भी मिलेगा। उन्होंने फिल्म को लेकर अपने अनुभव भी साझा किए कि कैसे रात-रात भर फिल्में देखा करते थे। अपनी पसंद के बारे में कहा कि धर्मेद्र और हेमामालिनी पसंदीदा अभिनेता-अभिनेत्री रहे। राजकुमार के संवाद का कोई जोड़ नहीं।
प्रोडयूसर अजय ने बताया कि फिल्म के सभी कलाकार झारखंड के हैं। फिल्म में झारखंड के अलग-अलग लोकेशन हैं। इसके जरिये भी लोग झारखंड की खूबसूरती देखेंगे। रूपेश ने बताया कि इस फिल्म के जरिये झारखंड को दिखाने की कोशिश की गई है। निर्देशन नूतन पंकज ने किया है। उन्होंने कहा कि यह फिल्म यहां के स्थानीय कलाकारों को एक नया आयाम और ऊंचाई प्रदान करेगी। फिल्म में शिखा स्वरूप, रोहित, दीपक लोहार, रूपेश कुमार, आनंद कुमार, विक्की आनंद आदि प्रमुख भूमिका में हैं। इस एक्शन थ्रिलर फिल्म के कला निर्देशक दिलेश्वर लोहरा हैं। मौके पर फिल्म से जुड़े कलाकार भी मौजूद थे।
बच्चों ने सीखा क्राफ्ट बनाने का तरीका :
एमएमके हाईस्कूल में चल रहे दस दिवसीय
समर कैंप के पांचवें दिन जूनियर छात्रों ने सोमवार को क्राफ्ट बनाने सीखा। विद्यालय की शिक्षिका रुख्सार तरन्नुम एवं नगमा नसीम ने मोलडेंड कलर, आइसक्रीम स्टिक, कपड़े और बेकार पड़ी चीजों से क्राफ्ट बनाने का तरीका सिखाया। मौके पर छात्रों ने प्रदर्शनी लगाई। इसकी जानकारी विद्यालय के निदेशक डॉ. तनवीर अहमद ने दी।
कैंब्रियन स्कूल में मनी रवींद्र जयंती :
कैंब्रियन पब्लिक स्कूल में सोमवार को रवींद्र जयंती मनाई गई। प्राचार्य नीता पांडेय ने गुरुदेव के चित्र पर माल्यार्पण कर इसकी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि गुरुदेव बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे, जिन्होंने साहित्य, संगीत, शिक्षा एवं कला की जो थाती वर्तमान पीढ़ी को सौंपी है, वह प्रासंगिक और अनुकरणीय है। विद्यार्थियों ने रवींद्र गीत पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत किया। छात्रा मुस्कान ने गुरुदेव के जीवन और रचनाओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संयोजन एक्टिविटी को-ऑर्डिनेटर आशा राजा और संचालन छात्रा संजना भारती ने किया। बच्चों ने संगीत व नृत्य शिक्षक सतीश मिश्रा, मोनिका मुंडू व प्रियंका चक्रवर्ती के निर्देशन में कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
दादा-दादी, नाना-नानी को किया सम्मानित :
गंगा प्रसाद बुधिया सरस्वती विद्या मंदिर में सोमवार को नाना-नानी व दादा-दादी के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसमें भैया- बहनों ने सभी का सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्यालय के अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश बुधिया, प्रदीप नारायण सिन्हा, चूडा मनी देवी मौजूद थे। प्रधानाचार्य ललन सिंह ने सभी का परिचय कराया और समारोह के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। नाना-नानी व दादा-दादी ने खेल एवं संगीत प्रतियोगिता में भाग लिया। धन्यवाद ज्ञापन चित्रागदा वर्मा ने किया। मौके पर वीरेंद्र नाथ पाडेय, सोमनाथ बनर्जी, काजल किशोर देवघरिया, आनंद प्रकाश मिश्रा, नीरा पाडेय और सुनील कुमार आदि थे।
तीन दिनी विद्यापति स्मृति पर्व समारोह 24 मई से :
झारखंड मैथिली मंच के तत्वावधान में तीन दिवसीय महाकवि विद्यापति स्मृति पर्व समारोह का भव्य आयोजन 24 मई से हरमू मैदान में किया जा रहा है। कार्यक्रम 24, 25 और 26 मई को होगा। समारोह स्थल पर मिथिलाचल की कला-संस्कृति की अद्भुत छटा बिखरेगी।
खास होता है आयोजन :
मिथिलाचल के लोगों के लिए यह आयोजन काफी महत्वपूर्ण होता है, जहा उन्हें सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ मिथिलाचल की लोक कला, गीत-संगीत, संस्कृति, साहित्य और खान-पान आदि को करीब से देखने और जानने का अवसर प्राप्त होता है। इस आयोजन की लोग प्रतीक्षा पूरे साल करते हैं। पूर्व में यह कार्यक्रम मार्च महीने में सुनिश्चित था, जिसे अपरिहार्य कारणों से स्थगित किया गया था ।
जुटेंगे कवि और साहित्यकार :
इस अवसर पर कई प्रांतों से कवि और साहित्यकार लोग साहित्यिक समागम में जुटेंगे । पहले दिन का कार्यक्रम विद्यापति दालान पर पूर्ण रूप से साहित्यिक गतिविधियों पर केंद्रित होगा तथा विविधता से परिपूर्ण दूसरे एवं तीसरे दिन का कार्यक्रम हरमू मैदान में संपन्न होगा। विशिष्ट साहित्यिक योदान के किए मैथिली के एक साहित्यकार को सम्मान दिया जाएगा, जिसमें उन्हें 35 हज़ार रुपये नगद और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। आकर्षक एवं ज्ञानवर्द्धक लेखों से परिपूर्ण स्मारिका प्रकाशन तथा पुस्तकों का लोकार्पण होगा, जो रोचक, संग्रहणीय तथा प्रशंसनीय होगा। आनंद मेला में मिथिला के खान-पान और पारंपरिक व्यंजन का आनंद मिलेगा । वहीं मैथिली पुस्तक मेला में मिथिला की पारंपरिक कला, साहित्य एवं संस्कृति और गीत-संगीत से संबंधित पुस्तक पोथी, पेंटिंग, कोहबर, ऑडियो वीडियो सीडी, पाग आदि उपलब्ध होंगे।